देवासगेट से इंदौरगेट तक यातायात का प्लान बनाना ही भूल गए पुलिस अफसर
सुबह से रात तक इसी मार्ग पर लगता है जाम, पैदल चलना भी मुश्किल
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:महाशिवरात्रि पर्व के मद्देनजर यातायात पुलिस द्वारा देशभर से शहर में आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन की सुविधा के मद्देनजर महाकालेश्वर मंदिर व आसपास के लिए टै्रफिक प्लान तैयार किया है, लेकिन देवासगेट से इंदौरगेट तक मार्ग को इस प्लान में शामिल करना ही भूल गए।
यह है मार्ग की स्थिति
देवास बस स्टैंड से आगर रोड होते हुए बडऩगर, नागदा, घट्टिया व तराना, शाजापुर की ओर जाने वाली बसों का संचालन होता है। इनके अलावा राजस्थान, गुजरात सहित दूसरे शहरों से आने वाली वीडियोकोच बसें भी यहीं पर यात्रियों को उतारती व चढ़ाती हैं। इसके आगे रेलवे स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार और मालगोदाम तक ट्रेनों से यात्री आवागमन करते हैं। सामान्य दिनों में इस मार्ग पर बसों व ट्रेनों से आने वाले यात्रियों का पैदल आवागमन मुश्किल होता है और इनकी मुसीबत पर्वों के दौरान और बढ़ जाती है।
मुझे प्लान की जानकारी नहीं…यातायात टीआई
देवासगेट से इंदौरगेट तक सामान्य दिनों में लगने वाले जाम और पर्व के दौरान इस मार्ग को यातायात प्लान में शामिल करने के संबंध में यातायात थाना प्रभारी दिलीप सिंह परिहार से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि पर्व के दौरान उक्त मार्ग प्लान में शामिल है कि नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है, यातायात डीएसपी कौल बता पाएंगे।
चार थानों के बीच है 150 मी. की मेन रोड
देवासगेट बस स्टैंड पर देवासगेट थाना लगता है। थाने का पुलिस वाहन और एक-दो पुलिस अफसर के साथ आरक्षक यहां हमेशा खड़े नजर आते हैं, लेकिन थाने के पुलिसकर्मियों को मनमाने तरीके से संचालित होने वाले वाहनों अथवा वाहनों की वजह से लगने वाले जाम से कोई सरोकार नहीं होता। इसके आगे रेलवे स्टेशन के बाहर तक जीआरपी और आरपीएफ थाना लगता है, लेकिन उक्त दोनों थानों के पुलिसकर्मी यहां कभी नजर नहीं आते और इंदौरगेट चौराहे पर महाकाल व नीलगंगा थाने की सीमा लगती है। कुल मिलाकर 150 मीटर लंबे मार्ग पर चार थानों की सीमा लगने के बावजूद किसी भी थाने के अफसर समस्या का समाधान नहीं कर पाते।
इस कारण लगता है जाम
बस स्टैंड से दूसरे शहरों के लिए संचालित होने वाली बसों के अलावा देवासगेट से ही वर्तमान में इंदौर जाने वाली बसों का संचालन भी हो रहा है। यह बसें सुबह से रात तक देवासगेट से रेलवे स्टेशन के सामने होते हुए मालगोदाम, इंदौरगेट से हरिफाटक ब्रिज की ओर जाती हैं। दोनों स्थानों से सवारी मिलने के चक्कर में ऑटो व ई रिक्शा के अलावा मैजिक और सिटी बस के ड्रायवर अपने वाहन बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के सामने खड़े कर देते हैं। स्थिति यह होती है कि रेलवे स्टेशन मुख्य प्रवेश द्वार से इंदौरगेट तक सड़क किनारे रेल के डिब्बों की तरह ऑटो, ई रिक्शा खड़े होते हैं जबकि सड़क और फुटपाथ पर चाय, पान व अन्य सामान बेचने वालों ने कब्जा कर रखा है।