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*हमारे पूर्वजों का अनुपम उपहार है तीर्थ सिद्धवरकूट*पूज्य सागर जी महाराज

*भगवान बाहुबली के महामस्तकाभिषेक से हुआ वार्षिक मेला का समापन'*

एडिटर/संपादक/तनीश गुप्ता,खण्डवा

*हमारे पूर्वजों का अनुपम उपहार है तीर्थ सिद्धवरकूट*पूज्य सागर जी महाराज
*भगवान बाहुबली के महामस्तकाभिषेक से हुआ वार्षिक मेला का समापन’*

सना‌वद। दो चक्री दस कामकुमार सहित साढ़े तीन करोड़ मुनिराजों की पावन निर्वाण स्थली सिद्ध क्षेत्र सुहावना सिद्धवरकूट में वार्षिक मेला महोत्सव मुनिश्री सुखसागर जी,अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज के पावन सान्निध्य में सम्पन्न हुआ। अभिषेक, शांतिधारा, नित्यनियम पूजन, मण्डल विधान, भक्ति, आरती, प्रवचन के साथ भग‌वान बाहुबली के महामस्तकाभिषेक के साथ मेला का समापन हुआ।मीडिया प्रभारी सुनील जैन, प्रचार संयोजक कमेटी राजेन्द्र जैन महावीर ने बताया  कि वार्षिक मेला अवसर पर निमाड-मालवा के साथ दिल्ली के समाजजन बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए। अत्यंत उत्साह के साथ समाजजनों ने क्षेत्र पर हुए विकास की सराहना करते हुए सभी मंदिरों में हुए श्रेष्ठतम जीर्णोधार कार्य की प्रशंसा की।सभी धार्मिक क्रियाएं कमल जैन संगीतकार बड़वाह ने संपन्न कराई।

*तप-त्याग-संयम से जन्म लेते है तीर्थ और तीर्थंकर*

सिद्धवरकूट अहिंसा स्तंभ से प्रारम्भ घट यात्रा आचार्य विद्यासागर प्रवचन हाल में प्रवचन सभा में बदल गई। सैकड़ों की संख्या में पधारे भक्त जनों से निमाड गौरव, अन्तमुखी मुनिश्री पूज्य सागर जी महाराज ने अपनी ओजस्वी वाणी में कहा कि तीर्थ हमारी संस्कृति का आधार स्तंभ हैं, इन्हें बचाना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है, तीर्थ और तीर्थकर त्याग-तप और संयम से जन्म लेते हैं। हमें बच्चों का जन्मदिन, विवाह वर्षगाँठ, पूर्वजों का स्मृति दिवस अन्य सभी शुभ कार्य तीर्थों पर आकर मनाना चाहिये, होटल में खुशी नहीं है भोजन की शुद्धता नहीं है। हमारे पूर्वजों ने सम्मेद शिखर, गिरनार, बावनगजा, पावागिरि ऊन सिद्धवरकर जैसे महान तीर्थ बनाकर हमें दिए हैं ,हमें यहाँ निरंतर आना चाहिये हमारे पूर्वजों का अनुपम उपहार हमारे तीर्थ है इन्हें व्हाट्सएप से नहीं प्रत्यक्ष उपस्थिति से ही बचाया जा सकता है। मुनिश्री सुख सागरजी ने कहा कि तीर्थों पर आने से हमारे मन की विशुद्धि बढ़ती है हमें मान रहित होकर तीर्थों पर आना चाहिये और आराधना करनी चाहिये।

*घटयात्रा विमानोत्सव के साथ किया ध्वजारोहण व महामस्तकाभिषेक*

क्षेत्र के सदस्य सुनील जैन, प्रेमांशु चौधरी ने बताया कि प्रतिवर्ष अनुसार होली के अवसर पर दो दिवसीय मेले के समापन पर दोपहर को निकली घट ‌यात्रा विमानोत्सव में महिला पुरुषों ने भक्ति नृत्य किए, मुनि श्री के पाद प्रक्षालन पंकज जटाले,अजय शाह, बेडिया,शास्त्र भेंट जैन बस सर्विस परिवार बड़वाह ने किया। तीर्थ क्षेत्र के मंदिरों पर ध्वजारोहण का सौभाग्य रीना बसंत जटाले बेडिया,विजय बसंतीलाल बिलाला इन्दौर, बाबूलाल – मीना जैन भीकनगांव, सुलभा पंकज काला, बाबूलाल कैलाश चंद जैन बस सर्विस बड़वाह, कमल गंगवाल इन्दौर, अशोक नंदलाल टोंग्या इन्दौर,शुभम गोधा बड़वानी ,शांतिलाल कासलीवाल भोखाखेड़ी राकेश कुमार जैन मामा दिल्ली, पहाड़िया परिवार इन्दौर आदि ने प्राप्त किया। भगवान बाहुबली जी का महामस्तकाभिषेक स्वर्ण व रजत कलशों से डा. सुभाष जैन खंडवा, बाबूलाल जैन भीकनगाँव, विकास कासलीवाल भीकनगाव, जीवन कुमार कुमार जैन इंदौर ,अशोक जैन इंदौर, आरिष चौधरी सनावद, इन्दरचंद्र जैन इंदौर, शांतिलाल कासलीवाल भोकाखेड़ी आदि ने प्राप्त किया ।क्षेत्र कमेटी उपाध्यक्ष, संतोष मामा बड़‌वाह, वर्किंग ट्रस्टी मेला संयोजक बाबूलाल जैन बड़‌वाह , महामंत्री विजय काला आवास संयोजक अमरीश चौधरी ,ट्रस्टी आशीष चौधरी सनावद, सुभाष सामरिया बड़वाह प्रचार संयोजक राजेंद्र जैन महावीर,सुनील जैन, आदि ने सभी दान दाताओ का स्वागत अभिनंदन किया।क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष अमित कुमार सिंह कासलीवाल इंदौर ने बताया कि क्षेत्र पर देश भर के दान दाताओ का  सहयोग मिलता है, सिद्धवरकूट क्षेत्र पर आवास ,भोजन की सर्व सुविधा उपलब्ध हैं। इस अवसर पर जीर्णोधारित नवीन कमरों का लोकार्पण मुनि श्री के सान्निध्य में क्षेत्र कमेटी के पदाधिकारियों ने किया ।

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