
जलगाँव जिले में रिश्वत को लेकर बडा एक्शन
सीबीआई के शिकंजे में आयकर अधिकारी
जलगाँव – जलगाँव जिले में एक रिश्वत को लेकर बडी कार्रवाई की। पारोला तालुका में एक महिला डॉक्टर के नए पैन कार्ड को रद्द करने के लिए रिश्वत के लिए सीबीआई दस्ते द्वारा एक आयकर अधिकारी और एक चपरासी को गिरफ्तार किया ।
आयकर विभाग के अधिकारी राकेश रंजन उमेश झा (35, जलगाँव) और चपरासी ज्ञानेश्वर सोनवणे (38, पाचोरा) नाम हैं।
पारोला में महिला डॉक्टर का पैन कार्ड खो गया था। इसलिए, उन्होंने एक नए पैन कार्ड के लिए आवेदन किया था और उन्हें उस आवेदन के अनुसार एक नया पैन कार्ड भी मिला था, लेकिन उनके आयकर का भुगतान 2018 से 2021 तक नहीं किया गया था। महिला डॉक्टर के सीए को ध्यान में आने पर उन्हाने जांच की कि पुराने और नये पॅन कार्ड का नंबर अलग अलग होने से आय कर नहीं भरे जाने का मामला सामने आया। महिला डॉक्टर ने पैन कार्ड को रद्द करने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया लेकिन इसे रद्द नहीं किया गया। इसलिए, डॉक्टर के अस्पताल के एक प्रशासनिक अधिकारी ने राकेश रंजन उमेश झा से मुलाकात की और पैन कार्ड को महिला डॉक्टर द्वारा दस्तावेजों को प्रस्तुत करने के बाद भी रद्द नहीं किया गया था।
जब अस्पताल का प्रशासनिक अधिकारी 10 मार्च को आयकर कार्यालय में गया, तो आयकर अधिकारी ने 10,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। यह बात अधिकारी ने महिला डॉक्टर को बताई। तब तुरंत डॉक्टर ने पुणे के सीबीआई से शिकायत की। समझौते के बाद, 5,000 रुपये का भुगतान करने का निर्णय लिया गया और चपरासी को रिश्वत का भुगतान करने के लिए कहा गया। तब तुरंत सीबीआई टीम ने पुराने बीजे मार्केट के आयकर विभाग के कार्यालय में एक आयकर अधिकारी के साथ एक चपरासी को सीबीआई दस्ते ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया ।