सवायजपुर,हरदोई।बिना डिग्री,बिना रजिस्ट्रेशन गैर जिम्मेदाराना तरीके से क्षेत्र में अबैध क्लीनिकों व पैथालॉजी लैबो की भरमार है।तमाम शिकायतों के बाबजूद नियुक्त नोडल अधिकारियों की मनमानी से समय समय पर इनके खिलाफ चलाये गए अभियान भी फ्लॉप हो गए।नतीजतन अबैध क्लीनिक संचालको की बल्ले बल्ले होती रही।बुधवार को अरवल क्षेत्र में चल रही एक अबैध क्लीनिक पर अप्रशिक्षित डॉक्टर द्वारा युवक को खांसी के लिए लगाया गया इंजेक्शन काल बन गया।परिजनों ने डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने से हुई मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए शिकायत की है।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र में चल रही दर्जनों अबैध क्लीनिकों व पैथालॉजी लैब की तमाम बार शिकायते की गई।लेकिन स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी पूरी तरह मूकदर्शक बने रहे।इन अबैध क्लीनिकों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाई के निर्देश देते हुए सीएमओ ने नोडल अधिकारी भी नियुक्त किये थे।जो कभी कभार यदि क्षेत्र में इनकी जॉच पड़ताल करने भी आये तो खाऊ कमाऊ नीति अपनाते हुए अभियान को पूरी तरह फ्लॉप करके ही चलते बने।नतीजतन इन अबैध क्लीनिक व पैथालॉजी संचालको के मन बढ़ते ही चले गए।क्षेत्र के चौंसार,श्रीमऊ,हरपालपुर,अजतूपुर,बरसोहिया,ककरा,बेड़ीजोर,टिकार, दहेलिया, सहित ग्रामीण क्षेत्रो में एक सैकड़ा से अधिक अबैध क्लीनिक व एक दर्जन से अधिक पैथालॉजी लैब संचालित हो रहे है।जिम्मेदारों की इन पर कभी नजर न जाने से भोले भाले ग्रामीणों के लिए कभी कभी यही अप्रशिक्षित डॉक्टर भगवान की जगह यमराज का काम कर देते है।बुधवार को अरवल थाना क्षेत्र के चौंसार गांव के मजरा मनोहर पुरवा निवासी लगभग 42 वर्षीय रामभरोसे पुत्र सियाराम चौंसार स्थित एक प्राइवेट क्लीनिक पर खासी की दवा लेने गए थे।परिजनों के मुताबिक वहां डॉक्टर संदीप कटियार ने उन्हें एक इंजेक्शन लगा दिया जिससे उनकी हालत बिगड़ने लगी और परिजन आनन फानन में रामभरोसे को इलाज के लिए सीएचसी हरपालपुर ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।घटना के बाद आरोपी डॉक्टर संदीप कटियार अपनी क्लीनिक बंद करके मौके से फरार हो गए।उधर सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।मृतक के चार पुत्रियां व तीन पुत्र बताए जा रहे हैं।
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