
*महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में बलात् प्रवेश की घटना प्रदेश के सभी मंदिरों की सुरक्षा पर गंभीर प्रश्नचिन्ह है*
*लगातार ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे विधायक पुत्र रुद्राक्ष शुक्ला पर क्यों नहीं हो रही है कोई ठोस कार्रवाई*
उज्जैन के महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए कल जिस तरह से भाजपा विधायक गोलू शुक्ला का पुत्र रुद्राक्ष शुक्ला गर्भगृह में प्रवेश कर गया, यह कोई सामान्य घटना नहीं है, यह इस विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग की सुरक्षा व्यवस्था पर एक सवालिया निशान तो है ही, यह प्रदेश के मंदिरों की सुरक्षा के प्रति प्रदेश सरकार की घोर अरूचि और लापरवाही को भी दर्शाता है।
भाजपा विधायक के जिस ‘नौनिहाल’ ने यह हरकत की है, दरअसल वह सत्ता की हनक में इतना अहंकारी हो चुका है, कि इसके पहले भी वह देवास में मां चामुंडा की टेकरी पर आधी रात को हंगामा करते हुए पुजारी के साथ मारपीट कर चुका है। सवाल यह है कि ऐसा करने की हिम्मत उसे कहां से प्राप्त हो रही है? क्या “सनातन धर्म” में ऐसी उद्दंडता और गुंडागर्दी के लिए कोई जगह है? क्या यही “सनातनी” चरित्र है? लगातार एक के बाद एक घटनाओं को अंजाम देने के बाद भी उस पर कोई ठोस कार्रवाई आखिर क्यों नहीं हो पा रही है? क्या उसके प्रति दिखाई ज रही ऐसी उदारता उसे और उद्दंड नहीं बना रही है? क्या इससे और भी असामाजिक तत्वों का दुस्साहस नहीं बढ़ेगा? क्या ऐसी घटनाओं को प्रदेश के मंदिरों की सुरक्षा के प्रति एक गंभीर खतरे के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए?
*-(संतोष सिंह गौतम)*
*प्रदेश प्रवक्ता, कांग्रेस*
*मीडिया प्रभारी, उज्जैन*