नशीले पदार्थों का सेवन ना करें-शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा शराब से होने वाली मौतें की एक चिंता जनक तस्वीर पेश की गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार पूरी दुनिया में शराब से प्रतिवर्ष छब्बीस लाख से अधिक लोग मर रहे हैं। लगभग चालीस करोड लोग शराब की नशे की लत से होने वाली बीमारियों से पीड़ित है। हमारे भारतवर्ष की स्थिति तो अत्यधिक खराब है। प्रतिवर्ष लगभग एक लाख में से 38 फीसदी मौतें शराब से हो रही है। शराब के अत्यधिक सेवन के दुष्प्रभावों पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों का सेवन ना करें।
थिंक मानवाधिकार संगठन एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि नशा करने से स्वास्थ्य पर असर तो पड़ता ही है बल्कि दुर्घटना एवं हिंसा को भी बढ़ावा मिलता है।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, डॉ आरके शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, बीना एडवोकेट, आदि ने कहा कि
शराब संभावित रूप से नशे की लत है, नशा पैदा कर सकती है, और स्वास्थ्य समस्याओं और रोकी जा सकने वाली मौतों में योगदान देती है। बच्चों की देखभाल करते समय शराब पीने से बचें। गाड़ी चलाते समय शराब का सेवन न करें।
शराब के विनाशकारी प्रभाव को देखते हुए सरकार, नागरिकों, समाज एवं जागरुक व्यक्तियों को मिलकर इस गंभीर विषय पर समाधान के लिए आगे आना चाहिए।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ