
नेमीनाथ प्रभु का जन्म कल्याणक मनाया
चातुर्मास तपस्वियों को बधाइयाँ
बड़ौद. गिरनारी परमात्मा श्री नेमीनाथ प्रभु के जन्म कल्याणक दिवस पर, साध्वीवर्या परम पूज्य ब्राह्मी श्री जी मसा के सानिध्य में जन्म कल्याणक महोत्सव धुमधाम से मनाया गया, साथही सिद्धीवधु कंठाभरण तप एवं अन्य तपस्वियों का बधामणा का आयोजन हुआ. तप के संपूर्ण लाभार्थी श्री ज्ञानचंदजी बसंतीलालजी चौधरी परिवार द्वारा सभी तपस्वियों को बधाया गया.
पूज्य श्री ने प्रवचन के माध्यम से बताया कि 22 वें तीर्थंकर श्री नेमीनाथ परमात्मा का दीक्षा, केवल एवं मौक्ष कल्याणक गिरनार तीर्थ में हुआ है. परमात्मा की प्रतिमा असंख्य वर्षो प्राचीन है, गिरनार में विराजमान प्रतिमा इंद्र द्वारा पिछली चौवीसी में प्रतिष्ठित की गयी.
वर्तमान चौविसी में परमात्मा का जन्म हुआ, तब वर्तमान इंद्र ने परमात्मा से पुछा प्रभु आपका जन्म दिक्षा तो अभी हुयी, किंतु आपकी प्रतिमा पूर्व से विराजमान है, तब परमात्मा ने बताया कि इस सभा में विराजीत राजा पूर्व भव में पांचवें देवलोक के इंद्र थे, जो वर्तमान में दीक्षा लेकर पहले गणधर बनेगें, उनके द्वारा ही प्रतिमा स्थापित की गई है. गिरनार तीर्थ पर वर्तमान में भी अंबिका देवी परमात्मा के दर्शन हेतु विमान के द्वारा आती है, जिनके दर्शन हमें भी होते है.
ट्रस्टी ललित जै. राजावत द्वारा बताया गया कि चातुर्मास अंतर्गत प्रतिदिन प्रवचन के साथ-साथ विशेष अनुष्ठान भी पूज्य साध्वी भगवंत के निश्रा में हो रहे है. विहार सेवा ग्रुप द्वारा परमात्मा की आकर्षक साजसज्जा की गयी, संगीत की सुमधुर लहरे रोहित भाई जैन बडौद द्वारा दी गई. संचालन संतोष जैन द्वारा किया गया. 2 अगस्त को श्री पार्श्वनाथ निर्वाण कल्याणक महोत्सव मनाया जायेगा, जिसका लाभ श्री शांतिलालजी घिसालालजी तलेरा परिवार द्वारा लिया गया.