
शांति समिति की बैठक हुई आयोजित
*पत्रकारों पर भड़के थाना प्रभारी के के तिवारी*
बड़ोद थाना परिसर में आगामी त्यौहार सावन और मोहर्रम पर्व के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर एक शांति समिति की बैठक तहसीलदार भंवर सिंह चौहान थाना प्रभारी कृष्णकांत तिवारी की उपस्थित में हुई बैठक में नगर के गणमान्य नागरिकों, विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों, एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया।बैठक में दोनों ही त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, विद्युत आपूर्ति, स्वच्छता व्यवस्था, और सम्भावित विवादों से निपटने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई थाना प्रभारी ने सभी समुदायों से आपसी भाईचारे, सहनशीलता और सहयोग की अपील की, ताकि त्योहारों का आयोजन सौहार्दपूर्ण वातावरण में हो सके।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने प्रशासन को अपने सुझाव भी दिए और भरोसा दिलाया कि वे शांति और व्यवस्था बनाए रखने में पूरा सहयोग करेंगे।प्रशासन ने आश्वस्त किया कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी अप्रिय स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचित करें। साथ ही, सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई।
*पत्रकारों पर भड़के थाना प्रभारी*
शांति समिति की बैठक में आगामी त्यौहारो को लेकर क्या बात हुई वह दरकिनार करते हुए अंत में मीडिया कर्मी पर थाना प्रभारी ने भड़ास निकाली,ज्ञात हो कि सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार नगर में चल रहे सट्टे को लेकर प्रकाशित हुए समाचार से थाना प्रभारी खांसे नाराज दिखाई दिए,
ज्ञात हो कि पूर्व में पत्रिका प्रतिनिधि महेंद्र जैन भाजपा नेता द्वारा थाना प्रभारी की उच्च लेवल तक शिकायत की गई शिकायतों के चलते हुए थाना प्रभारी का स्थानांतरण हो गया था किंतु अपने स्थानांतरण को चैलेंज देते हुए हाईकोर्ट से स्टे लाकर दोबारा थाने का चार्ज लिया,लगता है थाना प्रभारी चाहते हे कि मीडियाकर्मी उनके हिसाब से ही समाचार छापे,
शांति समिति की बैठक में कौन कौन सदस्य है उसकी लिस्ट थाने के पास रहती है बैठक कब आयोजित होती है अनेक सदस्यों को पता ही नहीं चलता है जब इस बारे में शांति समिति के सदस्य रहे पूर्व पार्षद जफर मुल्तानी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पूर्व में एक नहीं अनेक बार शांति समिति की बैठक की सूचना आई थी लेकिन पिछले 1 वर्ष से सूचना प्राप्त नहीं हो रही है शांति समिति की लिस्ट कौन फाइनल करता है यह भी जानकारी नहीं है।,,,,
शांति समिति बैठक में पिछले 1 वर्ष से अधिक समय से सूचना नहीं मिली किस कारण से आप नाम हटाया गया जानकारी नहीं है
*एडवोकेट आबिद उल्ला खान*
शांति समिति की बैठक की सूचना हमेशा एक दिन पहले मिलती थी थाने से एक आरक्षक ससम्मानआकर रजिस्टर पर सदस्यों से हस्ताक्षर लेते थे लेकिन आजकल मोबाइल से ही शांति समिति हो जाती है किसको बुलाना किसको नहीं बुलाना यह थाना प्रशासन की जिम्मेदारी है मैं 1996 से शांति समिति का वरिष्ठ सदस्य हु,उसके बाद कभी सूचना आती है कभी नहीं आती
*वरिष्ठ पार्षद सुंदर जैन*