
कोडिंग के माध्यम से बच्चों के मस्तिष्क का होगा विकास -कलेक्टर श्री गुप्ता
——–
26 एवं 27 अप्रैल को आयोजित होगी शतरंज प्रतियोगिता
——–
रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग पद्धति से करें जल का संग्रहण
——–
कलेक्टर श्री गुप्ता ने निजी स्कूल संचालकों एवं शासकीय स्कूलों के प्राचार्यों की ली बैठक
——–
खण्डवा//
कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता ने मंगलवार को गौरीकुंज सभागृह में खण्डवा जिले के शासकीय स्कूलों के प्राचार्य एवं निजी स्कूलों के संचालकों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कोडिंग के कोर्स , जल गंगा संवर्धन अभियान, इंडोर एवं आउटडोर खेल तथा शतरंज प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी।
बैठक में सी.ओ.ओ. कोड योगी श्री राकेश सेहगल ने कोडिंग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज के समय में कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग सीखना बहुत आसान है। उन्होंने कहा कि कोडिंग से आप मोबाइल एप्लीकेशन भी बना सकते है। इससे बच्चों को पढ़ने में मोटिवेशन भी मिलेगा। इस संबंध में कलेक्टर श्री गुप्ता ने स्कूल संचालकों से कहा कि कक्षा 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को यह कोर्स करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य में जिस टीचर को रूचि हो उसे नोडल अधिकारी नियुक्त करें। साथ ही नोडल अधिकारी को भी यह कोर्स करना होगा और बच्चों को भी कोर्स करने के लिए प्रेरित करें, जिससे स्कूल में भी कोडिंग करने का वातावरण बनेगा और बच्चे अच्छे से कोडिंग सीख सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस कोर्स से बच्चों के मस्तिष्क का भी विकास होगा। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि कोडिंग सीखने से आने वाले समय में नौकरी के अच्छे अवसर प्राप्त हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि समय के साथ अपने आप को बदलना आवश्यक है, नहीं तो बच्चों का भविष्य अंधकार में होगा। आज के समय में टेक्नोलॉजी आगे बढ़ रही है और कोडिंग के माध्यम से जो मिल रही है उसमें सारे बच्चों का पंजीयन करें। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि ब्लॉक स्तर पर जो विद्यार्थी इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूर्ण कर लेगा उसे लेपटॉप देकर पुरूस्कृत भी किया जायेगा।
बैठक में उन्होंने सभी प्राचार्यों से कहा कि अपने अपने स्कूलों में बच्चों के लिए इंडोर एवं आउटडोर खेल का आयोजन करें, जिससे बच्चों का मानसिक विकास भी होता रहे। उन्होंने सभी प्राचार्यों से कहा कि 26 एवं 27 अप्रैल को भण्डारी पब्लिक स्कूल खण्डवा में शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। इस प्रतियोगिता में 1.50 लाख रूपये तक के पुरूस्कार दिए जायेंगे। सभी वर्ग के लिए अलग अलग पुरूस्कार दिए जायेंगे। इस प्रतियोगिता में सभी स्कूलों के विद्यार्थी भाग लें सकते है। साथ ही अन्य आयु वर्ग के लोग भी इस प्रतियोगिता में भाग लें सकते है। उन्होंने कहा कि शतरंज प्रतियोगिता के लिए अधिक से अधिक विद्यार्थियों को प्रेरित करें, जिससे अधिक से अधिक विद्यार्थी इस प्रतियोगिता में शामिल हो सके। इसके अलावा अपने अपने स्कूल से कम से कम 2 विद्यार्थियों की सहभागिता करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि बिना फोकस के जीवन में कोई भी कार्य संभव नहीं है। शतरंज एक ऐसा खेल है जिसमें विद्यार्थियों को फोकस करने की आवश्यकता होती है। शतरंज एक जीवन जीने की राह सिखाता है। उन्होंने कहा कि खण्डवा जिले के लिए एन्ट्री फीस 250 रूपये तथा अन्य जिलों के लिए एन्ट्री फीस 500 रूपये लिए जायेंगे। उन्होंने स्कूल संचालकों से कहा कि यदि कोई गरीब बच्चा इस प्रतियोगिता में भाग लेता है और उसके पास फीस देने की गुंजाइश नही हो तो उसके लिए पंजीयन शुल्क निःशुल्क रहेगा। उन्होंने कहा कि यह ओपन प्रतियोगिता है, इसमें किसी भी आयु वर्ग के द्वारा भाग लिया जा सकता है। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि यह एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का टूर्नामेंट आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले विद्यार्थियों को शतरंज के बारे में प्रशिक्षण भी दिया जायेगा, जिससे अधिक से अधिक विद्यार्थी भाग ले सके। इस प्रतियोगिता में नेशनल स्तर के खिलाड़ी भी भाग ले सकते है। प्रतियोगिता के संबंध में किसी तरह के कोई प्रश्न हो तो इसके लिए श्री सुनील शर्मा एवं अजीत जैन से सम्पर्क कर सकते है। कलेक्टर श्री गुप्ता ने स्कूल संचालकों से कहा कि जिस बच्चे को शतरंज खेलने में रूचि है उसका पंजीयन कराने में मदद करें। उन्होंने भण्डारी पब्लिक स्कूल के संचालक को सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने प्रतियोगिता स्थल पर कूलर, पेयजल जैसी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने #जल_गंगा_संवर्धन_अभियान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जल का संवर्धन एवं संरक्षण कैसे किया जायें इस बारे में हमें सोचने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जल संवर्धन के लिए स्कूल संचालक कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की मदद से बोरीबंधान का कार्य कर सकते है। इसके लिए ऐसे स्थान का चयन करें जहां से पानी रिसता हो, जिससे पानी को रोक सके। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए निबंध प्रतियोगिता, पोस्टर, रंगोली, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित करें। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि रूफ टॉप से वाटर हार्वेस्टिंग एक पुरानी पद्धति से इससे भी पानी का संवर्धन कर सकते है। इसके लिए स्कूल की छतों का पानी गड्डा बनाकर भूमि में उतारना होगा, जिससे भूमि का जल स्तर बढ़ सके। उन्होंने सभी स्कूल संचालकों से कहा कि वे अपने विद्यार्थियों के पालकों को भी जल संवर्धन के बारे में प्रेरित करें एवं उन्हें भी रूफ टॉप वाटर हार्वेस्टिंग पद्धति का उपयोग करने के लिए कहे। यदि अपने घरों के आसपास हैण्डपम्प हो तो छत का पानी उसमें संचय करें, जिससे आपका हेण्डपम्प बारह मासी हो सके। कलेक्टर श्री गुप्ता ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि प्लम्बर की सूची बनाकर सभी स्कूलों में उपलब्ध कराये, जिससे जरूरत पड़ने पर वे उनसे सम्पर्क कर सकते हैं।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि पानी का ठहराव कैसे करें, इसके लिए सबसे उपयोगी पद्धति बोरी बंधान है। बोरी बंधान से वर्षा के जल को संग्रहित कर सकते है, जिससे उसका उपयोग पशु, पक्षी एवं सिंचाई के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पानी का मुख्य स्रोत वर्षा जल होता है। वर्षा काल में पानी संचयन की विभिन्न प्रणालियों द्वारा बड़ी ही निपुणता से अधिकतम जल का संग्रहण सतही स्तर पर एवं भूजल के रूप में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कृत्रिम भू-जल भरण एक कारगर उपाय है जिसके माध्यम से, वर्षा जल को व्यर्थ बहने से रोक कर, भू-जल भरण में उपयोग करें।
इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी श्री पी.एस. सोलंकी ने नवीन शैक्षणिक सत्र , पुस्तक वितरण, मैंपिग, अपार आई.डी., पेंशन प्रकरण, जल गंगा संवर्धन अभियान, एम.पी. टॉस, तम्बाकू नियंत्रण, सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। उन्होंने कहा कि आगामी 9 अप्रैल को जल जागरूकता एवं जल संकट रोकने के लिए निबंध लेखन, पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता शाला स्तर पर आयोजित की जायेगी। इसके अलावा आगामी 11 अप्रैल को प्रकृति एवं जल संवर्धन के लिए रंगोली तथा जल संरक्षण हेतु कार्य करने वाले महत्वपूर्ण व्यक्तियों का व्याख्यान ‘‘परिचर्चा एवं संवाद‘‘ प्रतियोगिता भी आयोजित की जायेगी। जिला शिक्षा अधिकारी श्री सोलंकी ने बताया कि इस प्रतियोगिता में कक्षा 9वी से 12वी तक के अध्ययनरत विद्यार्थी ही भाग ले सकेंगे। जिला स्तरीय प्रतियोगिता 12 अप्रैल को महारानी लक्ष्मी बाई कन्या उ.मा.वि. खण्डवा में प्रातः 11 बजे से आयोजित होगी।