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*खंडवा-इंदौर के बीच शेष बचे रेलखंड को सिंहस्थ के पूर्व ब्रॉडगेज करने की मांग*

*प्रधान मंत्री और रेलमंत्री के नाम संयुक्त कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन*

*खंडवा-इंदौर के बीच शेष बचे रेलखंड को सिंहस्थ के पूर्व ब्रॉडगेज करने की मांग*

*प्रधान मंत्री और रेलमंत्री के नाम संयुक्त कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन*

*तीन पुलिया और लाल चौकी ओवरब्रिज भी शीघ्र पूरा करने की मांग भेजी*

खण्डवा-जनमंच सदस्यो चंद्र कुमार सांड, गणेश कनाडे, अनुराग बंसल, कमल नागपाल और राजेश पोरपंथ आदि ने गुरुवार कलेक्ट्रेट पहुंच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के नाम दो अलग अलग ज्ञापन संयुक्त कलेक्टर मुकेश काशिव को सौंपे। जिसमें मांग की गई कि खंडवा इंदौर के बीच रेल लाइन के शेष बचे रेलखंड बलवाड़ा से पातालपानी के बीच के गेज कंवर्जन के प्रति रेलवे को त्वरित टेंडर काल कर इस काम को उज्जैन सिंहस्थ के पहले पूर्ण कर लेना चाहिए।इससे देश भर से आने वाले रेलयात्री इस लाइन के जरिए सीधे उज्जैन पहुंच सकेंगे । इस रेलवे लाइन पर खंडवा से ओंकारेश्वर तक कार्य पूर्ण हो चुका है ।वहीं ओंकारेश्वर से बलवाड़ा के बीच कार्य प्रक्रिया में है वही इंदौर से पातालपानी तक भी कार्य पूर्ण हो चुका है।अब सिर्फ बलवाड़ा से पातालपानी के बीच का काम शेष बचा है ।जिसके लिए रेलवे ने तकनीकी लेवल पर तैयारियां भी कर ली हैं।ग्रेडिएंट भी तय कर लिए हैं। मंच सदस्यो ने मांग की हे कि आपके कुशल नेतृत्व में रेलवे यदि इस रेलखंड के प्रति थोड़ा गंभीरता दिखाए तो यह कार्य भी शीघ्र शुरू हो कर समय सीमा में सिंहस्थ पूर्व पूर्ण हो सकता है।इससे न केवल इंदौर उज्जैन खंडवा के रास्ते सीधे दक्षिण भारत से कनेक्ट हो जाएगा बल्कि यात्रियों को उज्जैन पहुंचने में भी सुविधा होगी और रेल राजस्व भी तेजी से बढ़ सकेगा।माननीय प्रधानमंत्री जी ओर रेलमंत्री द्वारा गेज कंवर्जन के लिए पर्याप्त बजट देने ओर गतिशक्ति योजना में इसे शामिल करने के बावजूद रेल प्रशासन इसके प्रति गंभीरता से काम न करते हुए इसे टालने का कार्य कर रहा हैं और पहाड़ी रास्ता होने से इसे कठिन कार्य बता कर सिंहस्थ पूर्व लटकाना चाहते हैं।जबकि देश और दुनिया में नई तकनीक का प्रयोग कर कई कठिन प्रोजेक्ट पूरे किए गए हैं।भोपाल होशंगाबाद लाइन पर ही तीसरी लाइन के निर्माण में तीन चार टनल का निर्माण समय सीमा में पूर्ण किया गया है वही कश्मीर जैसे पहाड़ी इलाके में भी रेलवे में दुर्गम जगहों पर टनल तैयार कर इतिहास रच दिया है तो फिर यह कार्य कौन सा बहुत बड़ा और कठिन नजर आ रहा है। माननीय महोदय आपने ओंकारेश्वर ओर सरदार सरोवर में शंकराचार्य ओर सरदार पटेल की मूर्ति स्थापना में विश्व स्तर की कंपनियों को बुलाकर समय से पहले काम पूरे कराए हैं । तो फिर करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र उज्जैन सिंहस्थ को देखते हुए इस रेलखंड के गेज कंवर्जन के लिए विश्व स्तरीय कंपनियों को आमंत्रित कर आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर इस काम को सिंहस्थ पूर्व क्यों नहीं पूरा किया जा सकता है। इसके लिए एक विशेष अधिकारी नियुक्त कर इस काम की निगरानी भी कराई जाना चाहिए।जनमंच साथी चंद्र कुमार सांड,कमल नागपाल,अनुराग बंसल,गणेश कानडे और राजेश पोरपंथ आदि ने कहा कि इसी प्रकार खंडवा में जहां चार रेलवे डिवीजन ओर चार जोन आकर मिलते हैं।यहां रेलवे का इंजिन मेंटेनेश सेंटर ओर वाशिंग पिट बनाई जाना चाहिए ताकि यहां से रेलगाड़ियों का संचालन किया जा सके।जब भी कोई ट्रेन यहां से चलाने की मांग या बात होती है ।रेलवे अधिकारी हमेशा वाशिंग पिट और इंजिन मेंटेनेंस सेंटर की सुविधा खंडवा में नहीं होने का बहाना बनाकर टाल देते हैं।चूंकि भविष्य में रेलवे खंडवा अलीराजपुर रेल लाइन के निर्माण कर इस दिशा में भी ट्रेन यहां से संचालित करेगा अतः अभी से इस बात को ध्यान में रखकर यहां वॉशिंग पीट,ट्रेन की धुलाई और उसके रख रखाव का केंद्र और इंजिन का मेंटेनेंस केंद्र बनाने हेतु इस बजट में इसके लिए राशि स्वीकृत करे।इसके अलावा तीन पुलिया ओवरब्रिज शीघ्र पूरा किए जाने ओर लालचौकी ओवर ब्रिज बनाए जाने की भी मांग जनमंच सदस्यो ने की ।

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