बस्तर लोकसभा क्षेत्र से सांसद महेश कश्यप ने लोक आस्था के प्रतीक चार दिवसीय महापर्व छठ के अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों व क्षेत्रवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। इसी के साथ ही भगवान भास्कर से राज्य व क्षेत्र की प्रगति, सुख, समृद्धि, शांति और सौहार्द्र के लिये प्रार्थना भी की है।
सांसद श्री कश्यप ने कहा कि छठ पूजा का पर्व सूर्य देवता की उपासना और प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का महान अवसर है। सांसद ने कहा कि यह पर्व प्रकृति और मानव के बीच के प्रेम को भी दर्शाता है। वहीं, श्री कश्यप ने आगे कहा कि छठ पूजा का महत्व सिर्फ धार्मिक आस्था में नहीं, बल्कि हमारे समाज की संस्कृति, एकता और सौहार्द में भी निहित है। सांसद ने कहा कि यह पर्व हमें एकजुट करता है और हमें अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाने की प्रेरणा देता है। भगवान भास्कर एवं छठी मइया सबकी मनोकामना पूर्ण करें इसकी भी मुख्यमंत्री ने कामना की है।
नहाय खाय से प्रारंभ हुआ छठ महापर्व : छठ पूजा के पहले दिन व्रती अपना व्रत तोड़ने से पहले भगवान सूर्य की पूजा करने के लिए जल्दी उठते हैं. इस दिन से चार दिवसीय उपवास की अवधि शुरू होती है. सभी स्नान करने के बाद नए कपड़े पहनते हैं, व्रत रखते हैं और सूर्य देव के लिए प्रसाद के रूप में चना दाल और कद्दू चावल तैयार करते हैं।
डूबते सूर्य को आज दिया जायेगा अर्ध्य :- आज महापर्व छठ का तीसरा दिन है और हर घाट इसी तरह के भक्ति गीत से गूंजे उठेगा। आज भगवान सूर्य देव को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। आज नदी, तालाब और झील इत्यादि किनारे बने घाट पर लोग छठ का डाला लेकर पहुंचेंगे, जहां व्रती महिलाएं सूर्यास्त के समय पूरे श्रद्धा भाव से भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य देंगी। व्रती पानी में खड़े होकर ठेकुआ, गन्ना समेत अन्य प्रसाद सामग्री से सूर्यदेव को अर्घ्य देती हैं और अपने अपने संतान की लंबी आयु के साथ परिवार की सुख-समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।