पोरसा। इंसान तो इंसान अब पक्षियों को भी भाने लगा है अच्छा लगने लगा है मुक्तिधाम पोरसा,,, मुक्तिधाम पोरसा जो वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना स्थान बना चुका है, अपनी सुंदरता के लिए अभी तक मानव प्रजाति को ही अच्छा लगता था मुक्तिधाम अब बेजुबान पक्षियों को भी अच्छा लगने लगा है मुक्तिधाम पोरसा जो लंबी-लंबी दूरी तय करके मुक्तिधाम में अपनी चेचाहट कलरब के शब्द सुनाते हैं भिन्न-भिन्न प्रकार के पक्षी।
मुक्तिधाम के रचनाकार समाजसेवी डॉक्टर अनिल गुप्ता की अथक प्रयासों से मुक्तिधाम अपनी सुंदरता के लिए ख्याति प्राप्त कर चुका है अब मुक्तिधाम में 12 ज्योतिर्लिंग की तैयारी चल रही है साथ ही पक्षियों के लिए खाने की पीने की सभी प्रकार की व्यवस्थाएं मुक्तिधाम में मौजूद है इसी की बदौलत देसी व विदेशी पक्षी अब मुक्तिधाम में आकर के अपनी चेचाहट कलरब से मुक्तिधाम में आने वाले बच्चों का मनोरंजन कर रहे हैं।इंसान तो इंसान अब पक्षियों को भी भाने लगा है मुक्तिधाम पोरसा