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राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख 68 हजार 949 मामलों का हुआ निस्तारण, साढ़े 17 करोड़ से अधिक रही समझौता धनराशि, सचिव ने सफल आयोजन के लिए जताया सभी का आभार

राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख 68 हजार 949 मामलों का हुआ निस्तारण, साढ़े 17 करोड़ से अधिक रही समझौता धनराशि, सचिव ने सफल आयोजन के लिए जताया सभी का आभार

रिपोर्ट अंकुल कुमार

हरदोई। जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राज कुमार सिंह ने राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय अजय कुमार श्रीवास्तव, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण शमशुल हक, अपर जिला जज प्रीति श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत अपर जिला जज हेमेन्द्र कुमार सिंह समेत समस्त न्यायिक अधिकारी व बैंक अधिकारी उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायिक अधिकारियों, विभिन्न बैंकों, बीमा कंपनियों के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया एवं वादों का निस्तारण कराया।
नोडल अधिकारी/अपर जिला जज हेमेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से विभिन्न न्यायालयों द्वारा 11970 वादों का निस्तारण किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में उत्तराधिकार प्रकृति के 12 वाद, मोटर दुर्घटना प्रतिकर के 155 वाद, पारिवारिक मामलों के 47 वाद, फौजदारी के 11627 वाद, विभिन्न प्रकृति के 94 तथा उपभोक्ता फोरम द्वारा 30 मामलों का स्थाई लोक अदालत द्वारा 05 एवं जिला प्रशासन द्वारा 5126 वादों का निस्तारण आपसी सुलह समझौते व अभि स्वीकृति के आधार पर किया गया।

मोटर दुर्घटना वादों में 2,10,85,000 रुपये की धनराशि प्रतिकर के रूप में पीड़ित पक्षकारों को दिलवाई गई। ई-डिस्ट्रिक पोर्टल के माध्यम से जिला प्रशासन के विभागों द्वारा 3,50,743 मामलों का निस्तारण किया गया।�
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/अपर जिला जज सुधाकर दुबे ने बताया कि लोक अदालत के आयोजन में जनपद न्यायालय परिसर में बैंकों के कैम्प लगाए गए, जिसमें विभिन्न बैंकों ने बैंक ऋण से संबंधित 1104 वादों का निस्तारण किया एवं कुल ऋण धनराशि 13,92,50,000 रुपये का समझौता किया गया व भारत संचार निगम द्वारा 06 वादों का निस्तारण किया गया।
प्राधिकरण सचिव ने अवगत कराया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 3,68,949 वादों का निस्तारण किया गया तथा समझौता धनराशि 17,64,10,812 रुपये रही।
राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने में समस्त न्यायिक अधिकारियों, बैंक-बीमा कंपनी का भी योगदान रहा है।

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