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अच्छे संस्कार प्राप्त करने के लिए युवाओं को देव शास्त्र गुरु के प्रति समर्पित होना पड़ेगा, ,श्री चिन्मयानंदजी,

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अच्छे संस्कार प्राप्त करने के लिए युवाओं को देव शास्त्र गुरु के प्रति समर्पित होना पड़ेगा, ,श्री चिन्मयानंदजी,

खंडवा । दादाजी की पावन नगरी में मां भवानी माता के चरणों मे समर्पित श्री शिव महापुराण कथा का वाचन करने अंतर्राष्ट्रीय संत श्री चिन्मयानंद बापू जी श्रावण के इस माह में माता मंदिर प्रांगण में शिव की महिमा कथा के माध्यम से श्रद्धालुओं को श्रवण करवा रहे हैं। समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट की ओर से आयोजित कथा में पहले दिन से ही बड़ी संख्या में मातृशक्ति युवा एवं श्रद्धालु कथा का रसपान कर रहे हैं बापूजी कथा के एक प्रश्न प्रसंग को सरल शब्दों में श्रद्धालुओं के बीच भजनों की प्रस्तुति के साथ रख रहे हैं। बुधवार को बापूजी के भक्त नरेश जांगिड़ के निवास पर श्री चिन्मयानंद बापू जी ने दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु और पत्रकारों के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि आज के आधुनिक युग में मोबाइल ने बच्चे, युवा और बुजुर्गों तक की जीवनचर्या को अस्त व्यस्त कर रखा है। इसलिए व्यक्ति अपने धर्म और संस्कृति से अलग भटक रहा है, आवश्यकता है कुछ समय देव शास्त्र गुरु के प्रति समर्पित होने की। यह बात विश्व कल्याण मिशन के तत्वाधान में भवानी माता प्रांगण में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा का वाचन कर रहे हैं अंतरराष्ट्रीय संत परम पूज्य चिन्मयानंद बापू जी ने पत्रकारों एवं उपस्थित श्रद्धालुओं के समक्ष कहे। साधु संत कथाओं के माध्यम से व्यक्ति को परमात्मा से मिलन का मार्ग बताते हैं,धर्म और संस्कृति का अध्ययन कराते हैं, अभी कथाओं में युवा भी जुड़ रहे हैं लेकिन कथा सुनने के बाद उनके प्रशंगो को अपने जीवन में यदि हमने उतार लिया तो हमारा जीवन का कल्याण हो सकता है, हम सफल हो सकते हैं आज के युवाओं से सिर्फ इतना ही कहूंगा देव शास्त्र और गुरु के साथ अपने माता-पिता द्वारा बताए गए अच्छे थर्म संस्कृति से जुड़े संस्कारों को अपने मन में उतारे तो हमारा जीवन निश्चित सफल होगा,जो आज की आवश्यकता है। कथाओं का आयोजन सभी के लिए धर्म और संस्कृति से जुड़ने का एक माध्यम है। हम यदि धर्म और संस्कृति से संस्कारित होंगे तो हम हमारे बच्चों को भी संस्कारित कर सकते हैं। गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती जब भी हमारे नगर में कोई संत पहुंचे तो उनके सानिध्य का लाभ हमें अवश्य लेना चाहिए। कथाओं के माध्यम से ही आज सनातन धर्म लगातार बढ़ रहा है धर्म के प्रति लोगों की रुचि बड़ी है। सीहोर कुबरेश्वर धाम की घटना जिसमें दो श्रद्धालु महिलाओं की मृत्यु हुई को लेकर बापूजी ने कहा कि धर्म सभा या अन्य कार्यक्रमों के लिए पूर्व तैयारी हो शासन प्रशासन के साथ ही आयोजन कर्ता, सेवक गण आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का आकलन करें और एसी व्यवस्था करे ताकि इस प्रकार की प्रकार की घटनाएं ना हो। इस अवसर पर समाजसेवी सुनील जैन, नारायण बाहेती नरेश जांगिड़, प्रमिला शर्मा, नितेश जांगिड़ एवं श्रद्धालुओं ने संत श्री बापू जी का श्री फल भेंटकर एवं मोती की माला पहनाकर संत श्री का आशीर्वाद प्राप्त किया।

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