
बेखोफ जारी है जमीनों का क्रय विक्रय, संबंधित विभाग के जिम्मेदारों पर कब होगी कार्रवाई?
खंडवा। जिले में जमीनों का खेल अजब गजब तरीके से खेला जा रहा है समय-समय पर कई प्रकरण प्रकाश में आए हैं। अभी कुछ माह पूर्व ही सोलर प्लांट का मामला प्रकाश में आया था जिला प्रशासन ने गहन जांच कर लंबा चौड़ा प्रेस नोट जारी किया था। जिसमें स्पष्ट बताया गया था कि अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगो की जमीन कंपनी को अंतरित कर कम्पनी द्वारा कब्जा प्राप्त किया गया व सोलर प्लांट लगाया गया, जो कि नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। जांच के दौरान यह भी पाया गया कि बिना खसरे के नामांतरण के, केवल कब्जे के आधार पर कंपनी द्वारा औद्योगिक उपयोग हेतु भूमि का डायवर्जन करवाया गया जो म.प्र. भू राजस्व सहिता के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
मसाया सोलर एनर्जी कंपनी द्वारा चरनोंई, नाला, सडक तथा छोटे झाड के जंगल मदों की लगभग 27.64 हेक्टेयर सरकारी जमीन पर बिना किसी लीज या अधिग्रहण के जबरन कब्जा कर रखा है, जो कि सर्वथा अनुचित है। इस तरह का सरकारी प्रेस नोट और कार्रवाई होने के बाद आम आदमी भी सोच में पड़ गया था कि खंडवा भी अजब गजब है। उक्त टिप्पणी करते हुए शिवसेना प्रमुख गणेश भावसार ने कहा कि बाद में यह मामला न्यायालय में चल गया । अब आगे इस प्रकरण में जो भी फैसला आएगा उसके अनुसार कार्रवाई तय की जाएगी। फिलहाल मामला न्यायालय में।भू माफियाओं का साथ देने वालों पर आखिर कब होगी कार्रवाई?
श्री भावसार ने आगे कहा कि जिला प्रशासन के पास इतना बड़ा अमला होने के बाद भी संबंधित विभाग के मैदानी कर्मचारी और अधिकारी क्या कर रहे थे। सवाल यह उठना है कि अगर कलेक्टर के संज्ञान में यह मामला आया तो संबंधित मैदानी अमले में काम करने वाले जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई की गई। आखिर अधिकांश चुने हुए जनप्रतिनिधि भी इस मामले में खामोश क्यों है?