
✍️ रिपोर्टर – भव्य जैन
झाबुआ नगर शासकीय महाविद्यालय का खेल मैदान इन दिनों भारी उपेक्षा और अव्यवस्था का शिकार है। यह मैदान जहां प्रतिदिन सुबह-शाम सैकड़ों की संख्या में युवा खिलाड़ी, बुजुर्ग, महिलाएं एवं व्यायाम प्रेमी आते हैं, अब न केवल गंदगी का अड्डा बन चुका है बल्कि पशुओं के खुले विचरण के कारण खतरनाक भी होता जा रहा है।
खिलाड़ियों की जगह अब पशुओं का कब्जा
महाविद्यालय परिसर की बाउंड्री वॉल कई स्थानों से टूटी हुई है, जिससे आसपास के आवारा पशु – गाय, भैंस, कुत्ते – मैदान में सुबह से शाम तक घूमते रहते हैं। कई बार दौड़ लगा रहे या खेल रहे युवाओं को ये पशु घायल कर देते हैं।
स्वान (कुत्ते) अक्सर वॉक कर रहे लोगों पर झपटने की कोशिश करते हैं, जिससे भय का वातावरण बना रहता है।
मैदान के किनारों पर बनी दर्शक दीर्घा और बैठने की जगहों को भी यह पशु गंदगी से भर देते हैं, जिससे वहां बैठना दूभर हो गया है। पशुओं द्वारा मैदान में मल-मूत्र करने से दुर्गंध फैलती है और मच्छरों की संख्या में भी इज़ाफा हो रहा है।
बारिश में ट्रैक पर उभरे पत्थर, बढ़ा चोटिल होने का खतरा
मैदान पर वॉकिंग और रनिंग ट्रैक पर बिछाई गई मिट्टी बारिश के चलते बह चुकी है, जिससे अब जगह-जगह पत्थर उभर आए हैं। इससे दौड़ते समय खिलाड़ियों के फिसलने और चोटिल होने की घटनाएं आम हो गई हैं।
जर्जर व्यायाम मशीनें बनीं दुर्घटना का कारण
मैदान में व्यायाम के लिए जो मशीनें लगाई गई थीं, वे अब मेंटेनेंस के अभाव में पूरी तरह खराब हो चुकी हैं। इन मशीनों पर अनजाने में व्यायाम कर रहे लोगों को मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द जैसी शिकायतें सामने आ रही हैं। किसी बड़े हादसे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
शाम के समय नशे का अड्डा बनता जा रहा मैदान
शाम ढलते ही यह मैदान नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है। शराब की बोतलें, बीड़ी-सिगरेट के टुकड़े, गुटखा पाउच और खाने की झूठन मैदान के कोने-कोने में फैली मिलती हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, कई बार कॉलेज प्रबंधन को शिकायत की गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका है। ऐसे में व्यायाम करने वालों और खिलाड़ियों में नाराजगी और निराशा स्पष्ट झलक रही है।
नगर प्रशासन एवं कॉलेज प्रबंधन से शीघ्र कार्रवाई की मांग
स्थानीय नागरिकों, गुड मॉर्निंग क्लब के सदस्य, खिलाड़ीगण और बुजुर्गों ने जिला प्रशासन और कॉलेज प्रबंधन से मांग की है कि –
टूटी बाउंड्री वॉल की मरम्मत शीघ्र करवाई जाए
मैदान में पशुओं का प्रवेश पूरी तरह रोका जाए
व्यायाम मशीनों का मरम्मत व रखरखाव कराया जाए
गार्ड की नियुक्ति कर शाम के समय अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जाए
रनिंग ट्रैक की मरम्मत कर उसे सुरक्षित बनाया जाए
यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में यह मैदान खेल और स्वास्थ्य का केंद्र नहीं बल्कि अव्यवस्था का प्रतीक बन जाएगा