
*◼️ थाना बड़नगर पुलिस के हत्थे चढ़ा अपने ही पुत्र को जान से मारने का प्रयास करने वाला पिता ।*
*◼️ 03 वर्ष के पुत्र को जान से मारने की नियत से फेका रोड़ पर ।*
*◼️ आरोपी ने पारिवारिक विवाद के चलते दिया घटना को अंजाम ।*
🎇 त्रिलोक न्यूज चैनल उज्जैन
पुलिस अधीक्षक उज्जैन द्वारा अपराधों की रोकथाम व फरार आरोपीयों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के अंतर्गत पुलिस अधीक्षक उज्जैन के निर्देशानुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मयूर खंडेलवाल , अनुविभागीय अधिकारी पुलिस बडनगर श्री महेन्द्र सिंह परमार के मार्गदर्शन मे थाना प्रभारी बडनगर निरी. अशोक कुमार पाटीदार व टीम द्वारा अपराध क्रमांक 458/2025 धारा 109, 296 , बीएनएस मे आरोपी आजाद पिता ताहीर शाह उम्र- 25 साल निवासी ग्राम उमरिया को गिरफ्तार किया गया।
दिनांक 28.06.2025 को फरियादिया ने मौखिक रिपोर्ट किया कि मै व मेरे पति आजाद आज बडनगर आये थे फिर बडनगर से बाजार कर कुछ देर बाद पैदल पैदल मै तथा मेरा पति अपने बच्चे तनवीर को लेकर उमरिया जाने लगे। मेरी गोद मे से तनवीर को मेरे पति आजाद ने छीन लिया और अपनी गोद मे रख लिया फिर मै पति आजाद बच्चे तनवीर को लेकर गाँव उमरिया को चल दिये। बारिश के चलते घूंघट न कर पाने पर पति ने अभद्र व्यवहार किया व बोला कि घुंघट कर नही तो तनवीर को जान से खत्म कर दूँगा पटक दूँगा तो मैने कहाँ कि ऐसा मत करो तो नहीं माना और मुझे घुँघट कराने की जिद्द को लेकर मेरे पति आजाद शाह ने जान से मारने की नियत से मेरे बच्चे तनवीर को जमीन पर रोड पर पटक दिया जिससे मेरे बच्चे तनवीर के सिर, हाथ, पैर व शरीर मे चोट लगी है। फ़रियादिया की रिपोर्ट पर से थाना बड़नगर पुलिस ने अप.क्रमांक 458 /2025 धारा 109, 296, बीएनएस मे अपराध पंजीबध्द कर विवेचना मे लिया गया प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए थाना प्रभारी निरी. अशोक कुमार पाटीदार व टीम के द्वारा आरोपी आजाद पिता ताहीर शाह उम्र- 25 साल निवासी ग्राम उमरिया को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया ।
*◼️सराहनीय भूमिका:-* उक्त प्रसंशनीय कार्य में थाना प्रभारी बड़नगर निरी अशोक कुमार पाटीदार ,उनि. हेमंत कटारे , सउनि. नारायण वास्कले, सउनि. मानसिंह वास्कले, सउनि. राजेन्द्र सिंह हाड़ा, प्र.आर.राहुल सिंह राठौर, प्र.आर. हेमराज खरे , आर.महेश मौर्य, आर. नितेश रायकवार,आर.मुकेश नागर, आर. रुपेश पर्ले , आर. राकेश रायकवार ,आर. सुर्य कुमार चौहान व सैनिक गोर्वधन डाबी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।