
जंगली हाथी के हमले में महिला की मौत
रायरंगपुर, मयूरभंज 24/05/2025
27 वर्षीय महिला खिखिली नायक (स्वामी कुंडिया नायक), जो आज सुबह मयूरभंज जिले के बिशोई रेंज के जंगल में जलाऊ लकड़ी इकट्ठा करने गई थी, को शनिवार की सुबह एक जंगली हाथी ने कुचल कर मार डाला। घटना में मृतक मां अपने एक वर्षीय बेटे को भी साथ ले गई थी। लेकिन जब उसने लड़के को कुछ दूरी पर सुरक्षित स्थान पर लिटा दिया और उसे एक पेड़ के पास ले जाकर उसकी टहनियाँ और पत्तियाँ बाँधने लगा, तो उसका सामना पेड़ के अंदर मौजूद हाथी से हो गया। हाथी ने लड़के को सूंड से पकड़ लिया और उसे पैरों तले कुचलकर भाग गया। भाग्य की विडम्बना यह थी कि बच्चा बच गया, क्योंकि वह बहुत दूर था।
तभी काफी देर बाद सड़क से गुजर रहे लोगों ने एक बच्चे के रोने की आवाज सुनी। वह पास गया और देखा कि बच्चा अकेला था। जब उसने इधर-उधर देखा तो महिला ज़मीन पर पड़ी हुई थी। जैसे ही उन्होंने महिला को देखा, उन्होंने उसकी पहचान की और उसके परिवार को सूचित किया। घटना की सूचना मिलने के बाद जुड़िया ग्राम पंचायत की सरपंच सवित्री सोरेन, समिति सदस्य चंद्राई सोरेन, बिशोई वनपाल पार्वती रंजन महंत, वनपाल शुभा लक्ष्मी पात्र, खेमहदा रेंजर एसीएफ धारित्री मुर्मू, वनपाल पगनाज बेहरा, यज्ञ सिनी महानत, पैरा स्टाफ हरेकृष्ण महानत, अरुण कुमार बेहरा, गोविंदा तुंग, बाजू टुडू, राकेश बेहरा सहित स्थानीय निवासी मौके पर पहुंचे। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इसकी जांच की कि यह घटना कैसे घटी। बाद में कालीपेंटा गांव के वार्ड सदस्य द्वारा जांच के बाद मृतक को इलाज के लिए रायरंगपुर उपजिला अस्पताल ले जाया गया। विशेष रेंज अधिकारी ने मृतका खिकिली नाइक के पति कुंदिया नाइक को सांत्वना दी तथा मुआवजे के मामले पर चर्चा की। उन्होंने मेरे पति से कहा कि वन विभाग सभी संबंधित मुआवजा राशि का भुगतान करेगा। हालांकि, मृतक के गरीब आदिवासी परिवार से होने के कारण सरपंच व समिति सदस्यों सहित गांव के लोगों ने सरकार से बच्चे के भविष्य के लिए जल्द से जल्द सरकारी सुविधाएं मुहैया कराने की अपील की थी।