
बुरहानपुर। डॉ. भीमराव अंबेडकर न केवल संविधान निर्माता है, बल्कि वे सामाजिक समरसता, समानता और न्याय के प्रतीक हैं। उनकी विचारधारा आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उनके समय में थी।
आज भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की 134वीं जयंती के अवसर पर बाइक रैली निकाली गई जो देड़तलाई से शेखापुर खकनार दोइफोदिया पहुंची और वह कार्यकर्म समापन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन से हुई। अभिषेक जाटव ने कहा आज जब हम डिजिटल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और समान अवसर की बात करते हैं, तो हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इसकी नींव डॉ बाबा साहब ने रखी थी। हमें उनके विचारों को सिर्फ स्मरण नहीं करना है, बल्कि व्यवहार में उतारना है।
*बाबा साहब आधुनिक भारत के सच्चे निर्माता थे जितेंद्र इंगले*
जितेंद्र इंगले ने कहा कि बाबा साहब आधुनिक भारत के सच्चे निर्माता थे। उन्होंने हमें सिर्फ संविधान ही नहीं दिया, बल्कि एक ऐसा दृष्टिकोण दिया जो सामाजिक समानता, न्याय और स्वतंत्रता पर आधारित था।