ताज़ा ख़बरें

प्राइवेट स्कूलों की मनमानी से अभिभावकों पर बढ़ रहा बोझ

निजी प्रकाशकों की किताबें खरीदने बना रहे दबाव

1 अप्रैल से शुरू होने वाले नए शैक्षणिक सत्र में भी प्राइवेट स्कूल एनसीईआरटी के साथ निजी प्रकाशकों की पुस्तकें भी पाठ्यक्रम में शामिल कर रहे हैं,जिससे बच्चों के बस्ते का बोझ बढ़ जाएगा।
जानकारी अनुसार निजी विद्यालय फीस तथा संबंधित विषयों का विनियमन नियम 2020 तथा स्कूल बैग पॉलिसी 2020 के प्रावधानों का पालन नहीं हो रहा है।
प्राइवेट स्कूल संचालकों को निर्देश है कि वे स्कूल में संचालित पाठ्यक्रम एमपी बोर्ड या एनसीईआरटी के संबद्ध पुस्तकें ही पाठ्यक्रम में शामिल करेंगे,लेकिन मंडला जिला मुख्यालय में प्राइवेट स्कूल एनसीईआरटी के अलावा निजी प्रकाशकों की पुस्तकों को कोर्स में चला रहे हैं। प्रशासन को सभी स्कूलों से पाठ्यक्रम और पाठ्य पुस्तकों की जानकारी मंगाकर पुस्तक मेले का आयोजन करना था जबलपुर समेत अन्य जिलों की तरह पुस्तक मेला आयोजित होने से अभिभावकों को निजी प्रकाशकों की पुस्तक नहीं खरीदनी पड़ती और ज्यादा दाम भी स्टेशनरी पर जाकर नहीं देने पड़ते लेकिन प्रशासन को जिले की शिक्षा व्यवस्था सुधारने में कोई रुचि नहीं है।
✍️ जिला संवाददाता,यासमीन(मोनू),मंडला

Show More
Back to top button
error: Content is protected !!