
बोरी (परभणी)
बोरी, तहसील -जिंतूर, बोरी में राजस्थानी समाज भाइयों ने पारंपरिक रूप से आज पारंपरिक तरीके से इस होली त्योहार का जश्न मनाया …. विशेष बात यह है कि होली की पूरी लागत, होली महोत्सव में जाकर होली फेस्टिवल में जाकर उस घर में जाकर जिस घर में बेटा हुवा हो या लडके की शादी हुयी। उस घर परिवार मे जाकर उनकीं और से सब खर्च किया जाता है., स्नेही भोजन सभी को और,मीठे खाद्य पदार्थ, आइसक्रीम, ठंडा, मीठा मुंह, साथ ही होली गाने गाते हुए मनाया जाता है .. होली के पूरा दिन मनाया जाता है … यह पारंपरिक परंपरा कई वर्षों से बोरी में चल रही है …. और जारी रहेगी …।
.. विनोद तोशनीवाल, गोपाल लड्डा, आशीष मालपानी, आनंद मुरक्या, संदीप सोमानी, घनसहम झन्वर, महेश लोहिया, ललित बियानी और सभी राजस्थानी भाइयों के साथ।
.. … सभी को होली की शुभकामनाएं …