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खरगोन से अनिल बिलवे की रिपोर्ट /
किसानो को शून्य प्रतिशत योजना का लाभ मिले इस हेतु कालातीत ऋण की अधिकाधिक करें वसूली — प्रबंध संचालक श्री धनवाल
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, खरगोन प्रधान कार्यालय सभा कक्ष मे शाखा प्रबंधको की मासिक समीक्षा बैठक में अल्पकालिन फसल ऋण की वसूली के संबंध में वन-टू-वन चर्चा की गई। चर्चा में कृषि ऋणों की वसूली कम होने से अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रबंध संचालक पीएस धनवाल द्वारा शाखा प्रबंधको को लक्ष्य अनुरूप वसूली करने हेतु निर्देषित किया गया। प्रबंधक संचालक द्वारा हिदायत देते हुए सख्त निर्देष दिये गये कि कालातीत ऋणो की अधिकाधिक वूसली की जावे ताकि जो किसान कालातीत ऋण उनकी ओर बकाया होने के कारण शासन की शून्य प्रतिषत ब्याज पर कृषि ऋण प्रदाय योजना से वंचित रह गये है, उन्हे मुख्य धारा में लाकर मध्य प्रदेष शासन की शून्य प्रतिषत ब्याज पर कृषि ऋण प्रदाय योजना का लाभ दिलाया जा सके। उल्लेखनिय है कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, खरगोन में कुल चार लाख छत्तीस हजार किसान है जिनको वर्ष में म.प्र. शासन की शून्य प्रतिषत ब्याज योजना अंतर्गत राषि रू तीन हजार आठ सौ करोड से अधिक का अल्पकालीन ऋण वितरण किया जाता है किन्तु 42,922 कालातीत किसान ऐसे है, जिनकी ओर राषि रू. 689.77 करोड कालातीत ऋण बकाया होने के कारण शून्य प्रतिषत ब्याज पर ऋण उपलब्ध नही कराया जा पा रहा है। प्रबंध संचालक के द्वारा ऐसे किसानों को समझाइष देते हुए ऋणों की वसूली करने के निर्देष दिए गए है। उनके द्वारा यह भी निर्देष दिए गए है कि जो किसान जानबुझकर उनकी ओर बकाया कालातीत ऋण जमा नही कर रहे है उनसे म.प्र. सहकारी अधिनियम 1960 की धाराओं के अंतर्गत विधिकरूप से वसूली की जावें, इसका डोंडी पिटवाकर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जावें, सर्वाधिक बडे कालातीत बकायादारों की सूची सार्वजनिक स्थानों एवं