
राष्ट्रीय शिशु सप्ताह के तहत 62 शिशुओं का किया स्वास्थ्य परीक्षण
खण्डवा 26 नवम्बर, 2024 – राष्ट्रीय शिशु सप्ताह 25 नवम्बर से 30 नवम्बर तक मनाया जाएगा। इसी के तहत मंगलवार को श्री दादाजी धूनीवाले जिला चिकित्सालय में जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सिविल सर्जन डॉ. संजीव दीक्षित की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. कृष्णा वास्केल द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय नवजात सुरक्षा सप्ताह मनाने का उद्देश्य लोगों में जागरूकता लाना है। जिसकी मुख्य थीम ‘‘नवजात शिशुओं में एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध‘‘ यह (ए.एम.आर.) को रोकने के लिए एंटीमाइक्रोबियल का उचित उपयोग सुनिश्चित करना, क्योंकि नवजात अवधि में जीवन के पहले 28 दिन महत्वपूर्ण होते हैं। नवजात को इसी अवधि में अधिक जोखिम होता है। इसलिए सप्ताह के तहत शिशु का स्वास्थ्य परीक्षण ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में किया जाएगा। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बच्चों के परिजनों को शिशु की देखभाल कंगारू केयर, टीकाकरण, मां का दूध पिलाने के संबंध में समझाईश दी जाएगी, तथा एसएनसीयू में स्टाफ द्वारा परिजनों को जागरूक किया जाएगा। इस सप्ताह के दौरान बच्चों का वजन लेना, निमोनिया से बचाव एवं लक्षणों के प्रति जागरूकता , तापमान लेने संबंधी कार्य भी किए जाएंगे, जिससे हम शिशु मृत्यु दर में कमी ला सकते हैं। इसके साथ ही एस.एन.सी.यू., एन.बी.एस.यू. से डिस्चार्ज बच्चों का समुदाय स्तर पर फॉलोअप किया जाएगा। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. वास्केल ने बताया कि कुल 62 नवजात का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं परिजनों को आवश्यक परामर्श दिया गया।
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. लक्ष्मी डुडवे ने बताया कि शिशु को 6 माह तक केवल स्तनपान ही करायें क्योंकि मां के दूध में बच्चों की आवश्यकतानुसार सभी पोषक तत्व एवं बीमारी से लड़ने की शक्ति होती है। उन्होंने बताया कि 6 महीने के बाद उसे धीरे-धीरे ऊपरी आहार देना प्रारंभ करें इसके अलावा परिवार कल्याण के स्थाई एवं अस्थाई साधनों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पुरुष नसबंदी बिना चीरा एवं बिना टांका का सरल ऑपरेशन है इसके लिए पुरुषों को प्रेरित करें। सभी माताएं अपने नवजात के स्वास्थ्य की अच्छी देखभाल करके मृत्यु दर को कम करने में अपना योगदान दें।