सीकर. सोमवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी ने परिवहन विभाग को महाविद्यालयों, विद्यालयों में सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूकता कार्यशालाएं आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला परिवहन अधिकारी को ट्रैक्टरों पर रिफ्लेक्टर लगाने के निर्देश दिए ताकि सड़क दुर्घटनाएं होने से बचाया जा सके तथा एनएचएआई अधिकारियों को राष्ट्रीय राजमार्गो पर स्पीड मीटर लगाने, जिले की सड़क सुरक्षा कार्य योजना तैयार करने, हाईवे पर एम्बुलेंस किस–किस जगह पर उपलब्ध है और दुर्घटना होने पर अस्पताल पहुंचने में कितना रिस्पॉन्स टाइम लगेगा, इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने बैठक में एनएचएआई अधिकारी को अनुपस्थित रहने पर नोटिस जारी करने के साथ ही अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने परिवहन एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को 5 हजार रूपये की सहायता मिलने की योजना का व्यापक रूप से प्रचार–प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा विभाग को शनिवार को नो बेग डे दिवस के दिन बच्चों को सड़क दुर्घटनाओं की जानकारी देने के लिए विभिन्न जागरूकता गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के साथ ही सड़कों के निर्माण से जुड़े अन्य विभागों को सड़कों में सुधार करने तथा तीव्र मोड़ों को ठीक करने के निर्देश दिए। पुलिस एवं परिवहन विभाग यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए लाईसेंस निलम्बन करने की कार्यवाही करें। नियमित रूप से शिविर लगाकर वाहन चालकों को जागरूक करें। छोटी सी लापरवाही से किसी की जान जा सकती है।
जिला परिवहन अधिकारी ताराचंद बंजारा ने सडक सुरक्षा विशेष टास्क फोर्स व यातायात नियमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर रणजीत सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीकर गजेन्द्र सिंह जोधा, सीकर उपखण्ड अधिकारी जय कौशिक, अधीक्षण अभियन्ता पीडब्ल्यूडी प्रहलाद सिंह सहित बैठक से जुड़े संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।