कौशिक नाग-कोलकाता-पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद स्थित भारत सेवाश्रम संघ के स्वामी प्रदीप्तानंद महाराज ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक कानूनी नोटिस भेजा है। महाराज ने संगठन के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए ममता से मांफी मांगने को भी कहा है। ममता को कानूनी नोटिस भेजने की पुष्टि करते हुए स्वामी प्रदीप्तानंद महाराज ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी निजी तौर पर मुझे अपमानित करतीं तो मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता। एक आध्यात्मिक गुरु होने के नाते हम निजी आलोचना से प्रभावित नहीं होते क्योंकि हम यहां लोगों की सेवा के लिए हैं। लेकिन उन्होंने (ममता ने) संगठन को अपमानित किया है, जो अस्वीकार्य है।
संघ के राष्ट्रीय सचिव स्वामी विश्वात्मानंद महाराज ने हालांकि दावा किया कि उन्हें इस मुद्दे की जानकारी नहीं है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ममता बनर्जी की टिप्पणी की निंदा की और कहा कि एक विशेष वोट बैंक को खुश करने के लिए इन सामाजिक-धार्मिक संगठनों को धमकियां दी जा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को पुरुलिया में एक रैली के दौरान इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ के खिलाफ झूठ फैलाकर शालीनता की सीमा पार करने के लिए टीएमसी की आलोचना की थी।
दरअसल ममता बनर्जी ने आरामबाग लोकसभा क्षेत्र के गोघाट में शनिवार को एक रैली के दौरान आरोप लगाया था कि रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ के कुछ संत दिल्ली में बीजेपी नेताओं के प्रभाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि मंदिरों का प्रबंधन करने वाले कुछ लोग सराहनीय आध्यात्मिक कार्य कर रहे हैं लेकिन सभी इस तरह की गतिविधियों में शामिल नहीं हैं। यह अस्वीकार्य है। हम संतों का सम्मान करते हैं।
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