काला अंब लैड उद्योग पर डीजीजीआई की रेड
पार्टनर के घर सहित फैक्ट्री के पार्टनर पर टीम का पहरा, करोड़ों के टैक्स चोरी का मामला
काला अंब
जिला सिरमौर के औद्योगिक क्षेत्र काला अंब मैंन थाप्पल स्थित लैड उद्योग पर डायरेक्टेड जनरल ऑफ गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स इंटेलिजेंस ने छापा मारा है। मौके से प्राप्त जानकारी के अनुसार पांच सदस्यों की डीजीजीआई टीम के सदस्यों ने सुबह करीब 8:00 बजे के आसपास फैक्ट्री में धावा बोल दिया था।
यही नहीं इंटेलिजेंस टीम का एक दल दिल्ली स्थित फैक्ट्री के एक पार्टनर के घर पर भी दबिश देने पहुंचा था। सूत्रों की माने तो मामला करोड़ों के जीएसटी टैक्स चोरी का बताया जा रहा है। बता दें कि खबर लिखे जाने तक शाम करीब 4:00 बजे तक कार्रवाई जारी थी।
इंटेलिजेंस टीम के द्वारा फैक्ट्री में छापे मारी करते हुए पूरी फैक्ट्री को सील कर दिया गया था। यही नहीं फैक्ट्री में मौजूद तमाम कर्मचारियों के मोबाइल आदि कब्जे में लेकर रिकॉर्ड खंगाला गया। जानकारी तो यह भी है कि इस लैड उद्योग पर करीब 3 महीने पहले और उससे पहले भी सेंट्रल एक्साइज के द्वारा रेड की जा चुकी है।
यही नहीं पाई गई कुछ अनियमिताओं को लेकर करीब 2 करोड़ के आसपास जुर्माना भी वसूला गया था। जानकारी यह भी है कि जिस फर्म से कच्चा माल लिया जाता था फैक्ट्री के द्वारा उसे तैयार कर बाकायदा जीएसटी का भुगतान कर माल आगे बेचा जाता था।
वहीं डीजीजीआई को इनपुट मिला कि फर्जी फर्म दिखाकर भारी भरकम टैक्स चोरी किया जा रहा है। जिसको लेकर विभागीय इंटेलिजेंस के द्वारा यह छापेमारी की गई है। उधर, फैक्ट्री के पार्टनर विक्रम का कहना है कि उन्हें डीजीजीआई के द्वारा जानबूझकर प्रताड़ित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि उनके द्वारा जो भी कच्चा माल लिया गया था उसका बाकायदा जीएसटी भुगतान किया गया है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा किसी भी तरह का कोई भी टैक्स चोरी नहीं किया गया है। विक्रम का कहना है कि यदि कोई फर्म पीछे से ही भाग जाए या वह फर्जी है तो उसका जीएसटी नंबर तो विभाग के द्वारा ही दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि इसमें उनका क्या दोष है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका टैक्स संबंधित तमाम रिकॉर्ड पूरी तरह से सही है। उन्होंने कहा कि पहले भी इंटेलिजेंस के द्वारा उनसे जबरन जुर्माना वसूला गया था जिसको लेकर के उनके द्वारा मामला दिल्ली उच्च न्यायालय में डाला गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि बार-बार इसी तरीके से उन्हें हरासमेंट की जाएगी तो वह उद्योग को बंद कर देंगे।