
जन्मदिन नहीं… सेवा का संकल्प
खंडवा विधायक कंचन मुकेश तनवे ने फूल-मालाओं के बजाय मांगा ‘रक्तदान’
खंडवा।। राजनीति के शोर के बीच जब कोई जनप्रतिनिधि चुपचाप मानवता की मिसाल बनता है, तब वह केवल नेता नहीं, समाज की प्रेरणा बन जाता है ऐसी ही एक मिसाल कायम की है खंडवा विधायक कंचन मुकेश तनवे ने, समाज सेवी व प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि विधायक श्रीमती तन्वे द्वारा जन्मदिन (14 जून) पर हर साल की तरह स्वागत, मिठाई और आयोजनों के बजाय इस बार कुछ बेहद मार्मिक और संवेदनशील निर्णय लिया।
विमान हादसे से व्यथित, लिया मौन संकल्प
विधायक तनवे ने अपनी अपील में कहा
गुजरात के अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में 250 से अधिक मासूम जानें असमय काल का ग्रास बन गईं। ऐसे समय में मेरे लिए जश्न मनाना मेरे अंतर्मन को स्वीकार नहीं। इस बार मैं जन्मदिन नहीं मना रही हूं। उन्होंने साफ कहा कि कोई भी उन्हें माला, गुलदस्ता, मिठाई या केक लाकर बधाई देने न आए। बल्कि इस दिन को एक ‘सेवा दिवस’ के रूप में मनाया जाए।
..विश्व रक्तदान दिवस पर जीवन का संकल्प…
गौरतलब है कि 14 जून विश्व रक्तदान दिवस भी है। इस मौके को सार्थक बनाते हुए विधायक कंचन तनवे ने घोषणा की है कि वे स्वयं इस दिन रक्तदान करेंगी।
इस बार मेरी सबसे प्यारी शुभकामना वही होगी जो किसी अनजान ज़रूरतमंद की नसों में जीवन बनकर बहेगी।
विधायक निवास पर रक्तदान शिविर प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि विधायक निवास पर जन्मदिवस के अवसर पर सुबह 10 बजे से जिला ब्लड बैंक, स्वास्थ्य विभाग, रक्तमित्र संगठन के सहयोग से विधायक निवास पर जिला अस्पताल की ब्लड कलेक्शन वेन तैनात रहेगी, जिसमें मेडिकल स्टाफ एवं रक्तमित्र संगठन की टीम उपस्थित रहेगी। नागरिक अपने निकटतम ब्लड बैंक या जिला अस्पताल में भी रक्तदान कर सकते हैं। सोशल मीडिया पर इस सेवा कार्य की काफी तारीफ हो रही है
चुनाव के पहले भी किया था रक्तदान
प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान मतगणना से एक दिन पूर्व जब राजनीतिक गलियारों में उत्सुकता और तनाव चरम पर था, तब विधायक तनवे और उनके पति मुकेश तनवे ने ब्लड बैंक पहुंचकर रक्तदान किया था। उन्होंने कहा मेरे लिए राजनीति समाज सेवा का माध्यम है, न कि केवल चुनाव जीतने का ज़रिया।
वृक्षारोपण से लेकर पौधा उपहार तक – पर्यावरण के लिए जागरूक नेतृत्व
पिछले वर्ष विधायक तनवे ने “हरियाली ही भविष्य है” अभियान की शुरुआत करते हुए सैकड़ों पौधे लगवाए। वे सरकारी दफ्तरों, स्कूलों और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार वृक्षारोपण को बढ़ावा देती रही हैं।
सामूहिक विवाह में अनोखी पहल
सामूहिक विवाह आयोजनों में वे नवविवाहित जोड़ों को पौधे उपहार स्वरूप देकर कहती हैं इस पौधे को बच्चे की तरह पालिए, ये जीवनभर आपका साथ निभाएगा।
..एक नेता नहीं, एक आंदोलन..
कंचन मुकेश तनवे की पहल सिर्फ सामाजिक काम नहीं, बल्कि एक वैचारिक आंदोलन हैं, जो पर्यावरण, जनस्वास्थ्य और मानवीय संवेदनाओं को राजनीति के केंद्र में लाने की कोशिश कर रही हैं। उनका यह समर्पण आने वाली पीढ़ी के जनप्रतिनिधियों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर सामने आया है।