

रिपोर्टर = भव्य जैन
झाबुआ, 15 दिसम्बर 2025। आज दिव्यांग पुनर्वास केंद्र रंगपुरा में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण एवं उनके दैनिक जीवन को सुगम बनाने के उद्देश्य से एडीप योजना के अंतर्गत निःशुल्क सहायक उपकरणों का वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया के मुख्य आतिथ्य तथा कलेक्टर नेहा मीना के विशेष आतिथ्य में संपन्न हुआ।
एडीप योजना अंतर्गत दिव्यांगजनों को निःशुल्क सहायक उपकरण वितरण, 117 हितग्राही लाभान्वित
कार्यक्रम में सीडब्ल्यूएसएन (CWSN) हॉस्टल के विशेष आवश्यकता वाले बच्चों द्वारा मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का आत्मीय स्वागत किया गया। बच्चों ने सांकेतिक भाषा के माध्यम से उनसे संवाद कर अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास का परिचय दिया।
महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सक्षम नेतृत्व में प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए निरंतर तत्परता से कार्य कर रही है। सरकार का संकल्प है कि समाज के प्रत्येक दिव्यांग व्यक्ति को सम्मानजनक जीवन जीने के लिए आवश्यक सहायता एवं संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।
उन्होंने ने कहा कि विशेष रूप से चलने-फिरने में असमर्थ दिव्यांगजनों को उनकी सुविधा हेतु आवश्यक उपकरण प्रदान किए जाते हैं, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। प्रशासन द्वारा ग्राम स्तर तक दिव्यांगजनों का चिन्हांकन कर प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं। प्रमाणन की प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत पात्र हितग्राहियों को सहायक उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।
कलेक्टर नेहा मीना ने कहा कि जिले में समावेशी विकास के लक्ष्य के साथ दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण हेतु निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। गत वर्ष 281 दिव्यांगजनों को लगभग 55 लाख रुपये मूल्य के सहायक उपकरण प्रदान किए गए। आगामी तीन माह में दिव्यांगजनों के चिन्हांकन की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी । इसके लिए गेल एवं विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों को भी जोड़ा जाएगा तथा वृहद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा 60 प्रतिशत सहभागिता एवं 40 प्रतिशत सीएसआर सहयोग के माध्यम से 21 दिव्यांग साथियों को बाइक एवं स्कूटी उपलब्ध कराने में सहायता की गई है। जो निरंतर जारी रहेगी।
जिलाध्यक्ष श्री भानु भूरिया ने कहा कि आज हमारी सरकार समाज के हर वर्ग की सहायता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। विशेष रूप से दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को आवश्यक सहायक उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। ये सहायक उपकरण शारीरिक कमजोरी को दूर करने में सहायक होने के साथ-साथ दैनिक जीवन को सरल और सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमारा उद्देश्य है कि दिव्यांगजन सम्मान के साथ स्वतंत्र जीवन जी सकें और समाज की मुख्यधारा से जुड़कर आगे बढ़ें।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री जितेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि यह एक अनूठा और सराहनीय कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से पात्र हितग्राहियों को सहायताएँ भेंट की जा रही हैं। यह पहल जरूरतमंदों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य कर रही है। कार्यक्रम के अंतर्गत लाभार्थियों का निरंतर चिन्हांकन किया जा रहा है तथा आने वाले समय में भी यह सहायता प्रक्रिया नियमित रूप से जारी रहेगी। हमारा उद्देश्य है कि कोई भी पात्र व्यक्ति लाभ से वंचित न रहे और योजनाओं का लाभ सतत रूप से सभी तक पहुँचे।
उपसंचालक सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग श्री पंकज सांवले ने जानकारी दी कि आज कुल 117 दिव्यांगजनों को 20,67,338 रुपये की लागत से 258 सहायक उपकरणों का वितरण किया जा रहा है। जिसमें जनपद पंचायत मेघनगर में 40, झाबुआ में 24, राणापुर में 22, दिव्यांग पुनर्वास केंद्र झाबुआ में 23, थांदला में 7 एवं पेटलावद में 1 आवेदन इस प्रकार जिले में कुल 117 आवेदन आए।
सहायक उपकरण वितरण
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथियों द्वारा सहायक उपकरणों का वितरण किया गया। वितरित किए गये 258 सहायक उपकरणों में 68 ट्राइसाइकिल, 24 बैटरी चालित मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, 16 हियरिंग एड, 115 बैसाखियाँ तथा अन्य आवश्यक सहायक उपकरण शामिल हैं। यह वितरण दिव्यांगजनों के दैनिक जीवन को सुगम बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। साथ ही श्री हरीश भाबोर, ग्राम भोड़ली (पोस्ट बन), तहसील राणापुर, जिला झाबुआ एवं श्री गुला भाबोर, ग्राम धावड़ीपाड़ा (पोस्ट कल्याणपुरा), जिला झाबुआ को ड्राइविंग लाइसेंस प्रदान किए गए।
नशामुक्ति शपथ
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया द्वारा उपस्थित सभी को नशामुक्ति की शपथ दिलाई गई।
इस दौरान पूर्व विधायक श्री कलसिंह भाभर एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व झाबुआ श्री भास्कर गाचले, सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में दिव्यांगजन उपस्थित रहे।










