
*उज्जैन पुलिस ने रचा इतिहास…!!!*
*मध्यप्रदेश का पहला जिला बना जहाँ डिजिटल से एनालॉग संचार पेंच हुआ सफल*
🎇 त्रिलोक न्यूज चैनल
उज्जैन
पुलिस ने तकनीकी क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए पुलिस संचार व्यवस्था में नया इतिहास रच दिया है। अब उज्जैन ऐसा पहला जिला बन गया है जहाँ शहर के डिजिटल संचार को ग्रामीण एनालॉग रेडियो संचार से सफलतापूर्वक जोड़ा गया है। यह उपलब्धि न केवल जिले की संचार प्रणाली को मजबूत बनाएगी, बल्कि पुलिसिंग को और अधिक दक्ष, तेज़ और प्रभावी बनाएगी।
पुलिस अधीक्षक उज्जैन द्वारा दिए गए विशेष निर्देशों पर इस कार्य के लिए एक अनुभवी तकनीकी टीम गठित की गई। निरीक्षक (रे.) मांगीलाल चौहान के नेतृत्व में कार्य कर रही टीम ने महीनों की रिसर्च, प्रयोग और फील्ड परीक्षणों के बाद यह तकनीकी पेंच तैयार किया।
इस कार्य में विशेष सहयोग रेडियो मुख्यालय भोपाल से प्राप्त हुआ, जहाँ से वरिष्ठ तकनीशियन और विशेष DMR सेट्स उज्जैन भेजे गए। एन.के. शाक्य, सहायक पुलिस महानिरीक्षक (रेडियो), भोपाल द्वारा इस कार्य में व्यक्तिगत रुचि लेकर आवश्यक संसाधनों की त्वरित उपलब्धता सुनिश्चित की गई।
संचार प्रयोग सफल होने के उपरांत पुलिस अधीक्षक उज्जैन द्वारा इस पूरी रेडियो टीम को ₹10,000/- प्रति सदस्य नगद इनाम देने की घोषणा स्वयं रेडियो सेट पर की गई।
*उज्जैन पुलिस की यह तकनीकी पहल दर्शाती है:*
✅ भविष्य की ओर बढ़ती सोच
✅ ग्रामीण क्षेत्र तक प्रभावी संचार पहुंच
✅ पुलिसिंग में दक्षता और तत्परता
✅ तकनीकी नवाचार में नेतृत्व क्षमता
*सराहनीय भूमिका:*
इस अद्वितीय उपलब्धि में जिन अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने तकनीकी समझ, परिश्रम और टीम भावना का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया:
🔹 निरीक्षक (रे.) मांगीलाल चौहान
🔹 सउनि. (रे.) रामकुमार मिश्रा
🔹 का.वा.सउनि. (रे.) लालजी सिंह
🔹 सउनि. (रे.) आनंद शुक्ला
🔹 आर. (रे.) गौरव जायसवाल
🔹 आर. (रे.) सरदार गोरे
🔹 आर. (रे.) छगन निनामा
🔹 एन.के. शाक्य, सहायक पुलिस महानिरीक्षक (रेडियो), भोपाल (विशेष योगदान)
*एक दृष्टि में उज्जैन पुलिस की इस उपलब्धि के मायने:*
➡ अब शहर से देहात तक रेडियो संपर्क और अधिक सशक्त
➡ आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित निर्णय और समन्वय
➡ संपूर्ण मध्यप्रदेश के लिए एक मॉडल प्रयोग
➡ तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम