
पॉलिटेक्निक कॉलेज में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर आयोजित हुआ कार्यक्रम,
खंडवा ।। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय,द्वारा विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर शुक्रवार को आयोजन खंडवा के पॉलिटेक्निक कॉलेज में किया गया। इस मौके पर लोगों को नशा छोड़ने का संदेश देने के उद्देश्य से जागरूकता लाने के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि जहां नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नशे से दूर रहने के लिए विद्यार्थियो को प्रेरित किया गया वही बी.के आरती दीदी द्वारा बताया गया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की सहयोगी संस्था राजयोग एजुकेशन एण्ड रिसर्च फाउंडेशन के मेडिकल विंग द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों में तम्बाकू निषेध दिवस पर अनेकानेक कार्यक्रम किये गए।दीदी ने कहा कि व्यसन एक ऐसा मार्ग है जो धीमे जहर की तरह हमारे शरीर को नष्ट करता है। तंबाकू के सेवन से हमारा शरीर तो नष्ट होता ही है, बल्कि हमारा घर परिवार भी पीड़ित होता है उन्होंने कहा की भारतवर्ष में 3000 से 3500 के बीच प्रतिदिन लोगों की मृत्यु होती है, जिसका एकमात्र कारण है, तंबाकू का सेवन, धुएँ सहित या धुएँ रहित। उन्होंने स्पष्ट किया धूम्रपान का हमारे फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है। 90% फेफड़े का कैंसर मुंह का कैंसर तम्बाकू के कारण होता है, तंबाकू खाने से न केवल व्यक्ति पर उसका प्रभाव पड़ता है बल्कि उसके परिवार पर भी उसका अत्यधिक प्रभाव पड़ता है जिससे परिवार की खुशियां, शांति, सुख सब कुछ नष्ट हो जाता है।इसलिए इसके सेवन से दूर रहें एवम अन्य आस-पास के नागरिकों को भी जागरूक करें दीदी ने बताया की किशोरावस्था में ही पहली बार व्यसन का प्रयोग अपने किसी मित्र के प्रभाव में आकर किया तथा सारी उम्र के लिए व्यसनी बन गए। इसलिए यह आवश्यक है कि हम अपनी युवा पीढ़ी को इस व्यसन रुपी दलदल से बचाये।दीदी ने इससे छुटकारा पाने के लिए राजयोग ध्यान के बारे में बताया और कहा कि राजयोग के द्वारा आप सहज ही इन व्यसनों से छुटकारा पा सकते हैं।साथ ही बी.के. सुशीला दीदी द्वारा विद्यार्थीयों को नशा छोड़ने के लिए शपथ दिलाई गई। एवम बी.के किरण दीदी द्वारा नशा मुक्ति के लिए राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करवाया गया एवम संस्था से आये हितेंद्र राठौर ने संस्था का परिचय दिया दीदीयो ने बताया जो व्यसन से दूर हैं, वे अपने आप को मानसिक, शारीरिक, भावनात्मक तथा बौद्धिक रूप से सदा काल के लिए स्वस्थ रख सकते है, अगर वह राजयोग का नियमित अभ्यास करे।कार्यक्रम में कॉलेज के प्रधानाचार्य श्रीमान मुकेश वास्कले जी, शिक्षक गण मौजुद थे।