
पडरौना शहर के जंगल विशुनपुुरा मोहल्ले में हुई डकैती का पुलिस ने सोमवार को पर्दाफाश कर दिया। दो आरोेपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, बाकी फरार चल रहे तीन आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त लाठी और 11 हजार रुपये नकद पुलिस ने बरामद किया है। पुलिस का दावा है कि यह एक अंतरजनपदीय शातिर गैंग हैं जो आबादी से हटकर बने मकानों को निशाना बनाता है। पडरौना कोतवाली क्षेत्र के वार्ड नंबर दो जंगल विशुनपुरा निवासी अजय चौरसिया के घर में 23 मार्च की रात को खिड़की की जाली तोड़कर पांच की संख्या में नकाबपोश बदमाश दाखिल हुए। कमरे में आलमारी में रखा 50 हजार रुपये नकद, जेवर समेट लिए। अजय और इनकी पत्नी सभ्यता ने इसका विरोध किया तो बदमाश दंपती की पिटाई करने लगे। शोर सुनकर दूसरे कमरों सो रहे परिवार के अन्य सदस्यों की नींद खुल गई और डकैतों से आमना-सामना हो गया। खुद को घिरता देख डकैतों ने गोली चला दी। इसमें बड़े भाई अशोक चौरसिया और अजय के पैर में छर्रा लगने से घायल हो गए। धारदार हथियार से छोटे भाई राकेश के चेहरे पर डकैतों ने वार कर दिया।
डकैतों के भागने का दृश्य पास के एक घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिसमें डकैतों की संख्या तो दिख रही थी, लेकिन इनका चेहरा नहीं दिख रहा था। पुलिस चोरी के दौरान जानलेवा हमले का केस दर्ज कर विवेचना शुरू किया था। परिजनों ने डकैती को चोरी की धारा में केस दर्ज करने आरोप लगाया तो पुलिस ने विवेचना के दौरान डकैती समेत तीन धारा और बढ़ा दी।
पडरौना सीओ अभिषेक प्रताप अजेय ने बताया कि बस्ती जिले के बाहरी रोड थाना पुरानी बस्ती निवासी पसरू, पडरौना कोतवाली के शेखटोलिया जंगल बनवीरपुर निवासी परवेज आलम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दबिश दे रही है, इस गैंग का सरगना पडरौना कोतवाली का रहने वाला लक्की है जो पुलिस की पहुंच से दूर है। घटना में प्रयुक्त खून से सनी लाठी और 11 हजार रुपये नकद पुलिस ने बरामद किया है। बस्ती के रहने वाले पसरू पर नौ मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें आठ मुकदमा सिर्फ बस्ती जिले में दर्ज है। पडरौना कोतवाली में परवेज के खिलाफ तीन केस दर्ज है।