रिपोर्टर संजय जैन बड़ोद आगर मालवा
नवाणु एवं चोविहार छट के तपस्वियों का निकला जुलुस
बड़ौद। शाश्वत तीर्थ शत्रुंजय तीर्थ की चौविहार छट सहित नवाणु यात्रा करने वाले तपस्वी जतिन चौधरी,
नेहल चौधरी, आर्या हंसगोता, साक्षी विजावत का सामैया परम पूज्य मुनिराज श्री तीर्थरत्न सागरजी
महाराज, परम पूज्य मुनिराज श्री शौर्यरत्न सागरजी महाराजा साहेब, परम पूज्य साध्वीवर्या हेमेंद्र श्रीजी महाराज साहेब आदि ठाणा के सानिध्य में निकला।
शुभ अवसर पर बाहर से पधारे नवाणु एवं छट चोविहार के तपस्वी ममता जैन, शैफाली जैन, हेमंत
तरवेचा, श्रुति जैन, अवनि कटारिया, अर्शिका जैन, प्रियल भंडारी, रिया जैन, परि चौरड़िया, तुलसी
चौरड़िया, दिपांशु कांगोतिया, नेहा जैन का बहुमान श्री जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ के द्वारा किया गया।
प्रात: 09 बजे श्री विमल नाथ जिनालय परिसर से सामैया (जुलूस) प्रारंभ हुआ, समाज के युवा अपने
कंधों पर परमात्मा की वैदीजी लेकर चल रहें थे। सामैया नगर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ श्री आनंद चंद्र जैन आराधना भवन पंहुचा। जहाँ पर समस्त
आयोजन के लाभार्थी उत्सव चौधरी एवं कैलाश चौधरी का बहुमान श्री जैन श्वेताम्बर मुर्ति पूजक संघ के द्वारा किया गया।
पूज्य श्री द्वारा तीर्थ यात्रा का विस्तार पूर्वक वर्णन कर यात्रा का महत्व समझाया। ट्रस्टी ललित जै. राजावत ने बताया कि उक्त यात्रा में पालिताणा गुजरात स्थित
शत्रुंजय तीर्थ की नियम पूर्वक 99 बार यात्रा करना होती हैं, साथही चौविहार छट कर सात यात्रा में दो दिन संपूर्ण उपवास (जल भी नहीं) कर शत्रुंजय तीर्थ की
सात यात्रा करना होती है जो विरले लोग ही कर पाते हैं। आयोजक परिवार श्री ज्ञानचंदजी बसंतीलालजी
चौधरी परिवार बड़ौद रहा। संचालन संतोष जैन द्वारा किया गया।
इस अवसर पर संघ प्रमुख कन्हैयालाल जी नवलखा, संघ अध्यक्ष कैलाशजी घुघरिया, उपाध्यक्ष अशोक
कंठाली, भागचंद कंठाली, सचिव प्रकाश तलेरा, विजय कुंडल बोहरा, गौतम नरवाया, शिखर जैन आदि उपस्थित रहें।