सीनियर छात्रावास के अधीक्षक बच्चों के नास्ते और खाने में कटौती कर हो रहे मालामाल
भीमपुर । भीमपुर ब्लॉक के अंतर्गत सीनियर आदिवासी बालक छात्रवास आदर्श धनोरा का एक नया मामला सामने आया है। आए दिन छात्रवास में अनियमितता की जानकारी मिलने पर गुरुवार को ग्राम के पंच व ग्रामीण निरीक्षण के लिए छात्रवास पहुँचे , जहां ग्रामीणों द्वारा बच्चों से छात्रवास की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली गई। छात्रावास आदर्श धनोरा के बच्चों ने बताया कि हमें नास्ते और खाना खाने में दो रोटी और थोड़े से चावल देते हैं इसमे हम बच्चो का पेट भरना तो दूर आधा पेट भी नहीं भर्ता।
डाइट कम मिलने से निराश और परेशान हैं छात्र
अधीक्षक के सामने बताया कि हमे नाश्ता नही मिलता है और खाने में दाल या सब्जी के साथ चावल व सिर्फ दो रोटी दी जाती है और बच्चे अधीक्षक महोदय के सामने आगे कुछ बताने के लिए तैयार नही थे । कुछ बच्चों से अलग लेजाकर जानकारी ली गई ।
आदिवासी छात्रवासों से गैर आदिवासी अधीक्षको को हटाने की मांग की जाएंगी। और गैर जिम्मेदार अधीक्षको पर करवाई की मांग भी की जाएंगी। उच्च अधिकारियों ने भी इस और ध्यान देना चाहिए क्योंकि आदिवासी छात्रवासों में गैर आदिवासी अधीक्षको को नही रखा जा सकता है। अब देखना यह हैं कि गैर आदिवासी अधीक्षक को हटाया जाता है या नही।
जिसमें छात्रवास अधीक्षक नीरज रायपुरे के सामने ग्रामीणों ने बच्चों से पूछा कि क्या आप लोगो को समय पर नाश्ता व खाना मिलता है तो बच्चों ने ग्रामीणों को बताया कि कभी
कभार दिया जाता है हम लोग भूख लगने पर यदि किसी के पास पैसे होते है तो दुकान से कुछ खा कर पेट भरने का प्रयास करते हैं । सोचने वाली ये बात है कि सीनियर छात्रवासों के बच्चे जिनकी उम्र तकरीबन 14 से 16 वर्ष होगी उनका क्या दो रोटी और थोड़े से चावल में पेट भरता होंगा। ये एक गंभीर विषय हैं। ग्रामीणों द्वारा जल्द ही क्षेत्रीय विधायक से शिकायत कर अधिक्षक की मन मानी करने पर हटाने की मांग करेंगे । नाम गुप्त रखने का कहकर बताया कि हमे भर पेट भोजन नही मिलता हैं। नाश्ता बहुत कम मिलता हैं l और लोगों का कहना है कि अधीक्षक अधिकाश समय नसे की हालत मे रहता है और भीमपुर बस्ती एवम बी ओ कार्यलय परिसर मे घूमते हुए रहते हैं l दोनों साहब की मिली भगत भी है जो एक साहब को दूसरे साहब का डर नहीं है l
इनका कहना है विभागीय स्तर पर देखना पड़ेगा वो किस केटेगिरी और पद पर है। पंचनामा बीईओ कार्यालय या मेरे कार्यालय भेज दीजिए दोषी पाए जाने पर हटाया जाएगा।
श्रीमती शिल्पा जैन, सहायक आयुक्त बैतूल