कटनी, रीठी।। GANESH UPADHYAY VANDE BHARAT LIVE TV NEWS, KATNI MP.
शासन द्वारा लाखों रूपए खर्च कर गौशालाओं का निर्माण कार्य कराया गया और उसकी जिम्मेदारी गांव के समूहों को सौंपी गई। शासन द्वारा समूहों के माध्यम से गौशाला का संचालन किया जा रहा है। लेकिन देखने में यह आ रहा है कि क्षेत्र की अधिकांश गौशालाएं कागजों में संचालित हो रही हैं और गौ मचाएं सड़क पर दम तोड़ रहीं हैं।
ऐसा ही एक ताजा मामला रीठी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत जमुनिया में संचालित श्री गोपाल गौशाला का सामने आया है। देखा गया कि यहां गौशाला में ताला लटका है और वहां न तो एक भी मवेशी हैं और न ही पशुओं के लिए कोई आहार। गौशाला संचालित करने वाले समूह की मनमानी के चलते पूरी गौशाला खाली पड़ी है और बेसहारा मवेशी सड़क पर बैठकर असमय काल के गाल में समा रहे हैं। सवाल यह खड़े हो रहे हैं
- कि जब बेसहारा मवेशी सड़क पर हैं तो फिर शासन द्वारा बनाई गई गौशालाओं में कौन रह रहा है। बताया जाता है कि अधिकारियों की मिलीभगत से समूह संचालकों द्वारा मवेशियों के हक की राशि का बंदरबांट कर लिया जाता है। रीठी ब्लॉक में संचालित गौशालाओं की गंभीरता से जांच भी होनी चाहिए ताकि बेसहारा मवेशियों को गौशालाओं का आसरा मिल सके।