मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत् आत्महत्या रोकथाम की जागरुकता के लिए दिया प्रशिक्षण
खण्डवा 04 दिसंबर, 2024 – मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत बुधवार को सी.एम.एच.ओ. कार्यालय के सभाकक्ष में शहरी क्षेत्र की ए.एन.एम. व विकासखण्ड खालवा की आशा सहयोगी को आत्महत्या रोकथाम प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ.पी. जुगतावत ने आत्महत्या के मुख्य बिंदुओं पर चर्चा कर रोकथाम के बारे में जानकारी दी। मनोराग विशेषज्ञ डॉ. संजय इंगले ने यह प्रशिक्षण प्रजेंटेशन के माध्यम से देकर रैफरल एवं फॉलोअप की रणनीतियाँ, आत्महत्या रोकथाम की विधियाँ एवं संवेदनशील व्यक्तियों की पहचान के संबंध में विस्तृत रुप से जानकारी दी। आत्महत्या के विचार आने पर ऐसे लोगों के साथ बैठकर उनकी बात सुनकर आत्मीयता से बात करना, उनकी समस्याओं को समझे और उनकी भावनाओं को समझने की कोशिश कर हौसला बढ़ायें, सहयोगी बने रहें, आलोचना न करे, मानसिक समस्या है या नशा करते हैं तो उपचार हेतु प्रोत्साहित करें। यदि तनाव हो तो गहरी सांस लेना, नियमित योग व पैदल चलना, व्यायाम करना, पर्याप्त भोजन करना व पर्याप्त नींद व आराम करने के लिए कहा जाना चाहिए। ऐसे व्यक्ति का व्यवहार सामान्यतः खुद को चोट पहुंचाना, खाने में बदलाव, खाने को सीमित रखना या बहुत ज्यादा खाना, बहुत ज्यादा सोना या बहुत कम सोना, लापरवाही से गाड़ी चलाना, नशे में गाड़ी चलाना, अत्यधिक उदासीन, क्रोध या चिंता करना, चिड़चिड़ापन या बेचेनी महसूस करना, व्यवहार में अचानक बदलाव, उत्तेजित या क्रोधित होते अचानक शांत या खुशमिजाज हो जाना होता है। डॉ. इंगले ने कहा कि मानसिक बीमारियां तथा उपचार संबंधी जागरूकता फैलाने के लिए जनमानस की सहभागिता आवश्यक है। जानकारी के लिए टेलीमानस टोल फ्री नंबर 14416 अथवा 18008914416 हेल्पलाइन नंबर पर मनोचिकित्सक द्वारा सामान्य जनता के मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का निराकरण तथा परामर्श 24 घंटे उपलब्ध है। साथ ही जिला चिकित्सालय के मनकक्ष में आकर भी परामर्श व उपचार ले सकते है। इस दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामदास बकोरिया, डी.एच.ओ. डॉ. रश्मि कौशल, जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. योगेश शर्मा व अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।
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