बुधवार, 12 जून। जिले में छावनी डीएसपी की पुलिस और एसोजी व स्वाट टीमों के संयुक्त प्रयास से हत्या के मामले का खुलासा हुआ और दो साज भाइयों को बबुरहवा अंडरपास से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से आरोपी को जेल भेज दिया गया। घटना के 36 घंटे के अंदर मामले का सफल प्रस्तुतिकरण करने पर लोग पुलिस की सराहना कर रहे हैं। इस मामले में छावनी निरीक्षक पर धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। गिरफ्तार किये गये बलिदान में एक दयावान शुक्ला पुत्र स्व० सीताराम शुक्ला निवासी लोकीपुर और दूसरा अंगद शुक्ला पुत्र स्व० सीताराम शुक्ला है। मृत की निशानदेही पर पुलिस ने दो अदद लोहे की पाइप बरामद की, जिसे मृत को पकड़ने में इस्तेमाल किया गया था।
जानिये पूरा वाकया
10 जून को थाना छावनी पर ग्राम लोकीपुर थाना छावनी में पानी की टंकी के पास शव मिला था जिसकी पहचान हरीश शुक्ला (24) निवासी बेल्डे शुक्ला के रूप में हुई थी। मुख्य निरीक्षक छावनी ने बल के साथ तत्काल प्रतिक्रिया दी कि एक व्यक्ति मोटरसाइकिल गाड़ी नंबर (यूपी 51 रोड 3214) पर मृत पाया गया, जानकारी करने पर पता चला कि मृत व्यक्ति का नाम हरीश शुक्ला है। वादी हरिवंश शुक्ला के कार्यकाल पर मुकदमा दर्ज कर मामले की सुनवाई शुरू हुई।
कपों की सुनिये
पुलिस ने पूछताछ में बताया कि हरीश शुक्ला की बहन पर बुरी नजर थी और उसे खतरे में डालकर जबरदस्ती घर से बाहर बुलाया गया था। गांव में मेरी बहन की बड़ी बदनामी हो रही थी इसलिए तंग आकर हरीश शुक्ला को जान से मार डालने का फैसला किया। 09 जून की रात करीब 10 बजे जब वह अपनी मोटरसाइकिल से कौवाडाड़ की तरफ से लोकीपुर की तरफ आ रहा था कि हमलोग लोकीपुर से बाहर पैदल पानी की टंकी से कुछ दूरी पर सरपत के किनारे छिपकर बैठ गए। जब हरीश शुक्ला पहुंचा तो हम लोग लोहे का पाइप लहराते हुए उसे रोक लेते और भाई मिलकर उस पर लगातार वार करते। वह मोटरसाइकिल के साथ कच्चे रास्ते पर गिर पड़ा। हम लोग उस पर तब तक वार करते रहे जब तक वह मर नहीं गया।
खुलासा करने वाली टीम
मामले का खुलासा करने में प्रभारी पर्यवेक्षक छावनी राजेश कुमार तिवारी, प्रभारी एसओ0जी0 एसआई जनार्दन प्रसाद, प्रभारी स्वाट टीम एसआई उमाशंकर त्रिपाठी, प्रभारी सर्विलांस सेल एसआई शशिकांत आदि का योगदान रहा।