*ब्रेकिंग न्यूज*
अम्बेडकरनगर
एंबुलेंस फर्जीवाड़े का फेरे की जांच कछुए की रफ्तार।
जो साक्ष्य प्रमाण मीडिया के पास है उसे प्रमाण में प्रोग्राम मैनेजर अमित वर्मा , प्रभारी विनोद मिश्रा एवं अजहरुद्दीन EMT एवं पायलेट को गलत शिकायत कर कर कंपनी में उनको नौकरी से हटाने का सिलसिला जारी।
एंबुलेंस प्रोग्राम मैनेजर अमित वर्मा प्रभारी अजहरुद्दीन एवं विनोद मिश्रा अपनी हवस का शिकार कर्मचारियों को बना रहे हैं।
आगर जिले के जिम्मेदार अधिकारी समय से जांच करके की हो तो एम्बुलेंस मैनेजर प्रोग्रामिंग अमित वर्मा और अजहरुद्दीन प्रभारी विनोद मिश्रा की गर्दन फंस गई होती।
एम्बुलेंस जांच में देरी होने के कारण अपनी गर्दन बचाने के लिए एम्बुलेंस प्रोग्राम मैनेजर अमित वर्मा प्रभारी अजहरुद्दीन और विनोद मिश्रा अपने हबस का शिकार EMT को बना रहे हैं।
अंबेडकर नगर में जितने एंबुलेंस कर्मचारी शिकार हुए हैं वह कर्मचारी यूट्यूब पर लाइव जुड़कर अपने आप बीती बताई और नौकरी करने से भी कतरा रहे।
आखिर कब तक जिला प्रशासन देखता रहेगा यह आतंक एंबुलेंस प्रोग्राम मैनेजर अमित वर्मा का
जबकि यूट्यूब पर जुड़कर लाइव अपने आप बीती कर्मचारी बता रहे हैं कहीं ना कहीं देखा जाए तो फर्जी केस करवाने के लिए एम्बुलेंस प्रोग्राम मैनेजर अमित वर्मा प्रभारी अजहरुद्दीन एवं विनोद मिश्रा कब तक हवस का शिकार बनते रहेंगे कर्मचारियों को।
*इस रामराज में क्या खुद भगवान राम को अवतार लेना पड़ेगा एंबुलेंस कर्मचारी को न्याय दिलाने के लिए*
फिलहाल यह कहावत सही है जो एक दूसरे के लिए गड्ढा खोदता है उसी गड्ढा वह खुद गिरता
सबसे बड़ी बात यह है 2022 में भी कम्पनी के ऊपर जांच में फर्जी वाड़ा साबित हुई थी परन्तु अधिकारी एम्बुलेंस विभाग के ऊपर कार्य वाही क्यों नहीं किया