filter: 0; fileterIntensity: 0.0; filterMask: 0; captureOrientation: 0; brp_mask:0; brp_del_th:null; brp_del_sen:null; delta:null; module: photo;hw-remosaic: false;touch: (-1.0, -1.0);sceneMode: 128;cct_value: 0;AI_Scene: (-1, -1);aec_lux: 0.0;aec_lux_index: 0;HdrStatus: auto;albedo: ;confidence: ;motionLevel: 0;weatherinfo: null;temperature: 40;सगतड़ा गांव में इस बार नवरात्रि की नवमी का आयोजन कुछ खास रहा। जहां आमतौर पर गरबा युवाओं तक सिमट जाता है, वहीं इस बार वरिष्ठ जनों ने भी परंपरागत ताल पर कदम मिलाकर आयोजन को यादगार बना दिया।
गरबे गूंज के बीच जब बुजुर्गों ने गरबा खेला, तो गांव का माहौल तालियों और जयकारों से सराबोर हो गया। बच्चों और युवाओं ने भी बुजुर्गों के उत्साह से प्रेरणा लेकर उत्सव में और रंग भरे।
ग्रामीणों का कहना है कि यह दृश्य केवल आस्था का नहीं बल्कि गांव की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का जिंदा उदाहरण था। गायत्री गरबा मंडल सगतड़ा