
*गुरु श्रीचंद्र नवमी पर तीरथ धाम मंदिर में हुआ विशेष धार्मिक आयोजन*
*ज्ञान बांटने से कम नहीं होता….बाबा स्वरूपदास*

खंडवा।जगतगुरू श्रीचंद्र भगवान की जयंती पर स्वामी नारायण नगर स्थित तीरथ धाम मंदिर में विशेष धार्मिक आयोजन हुए।
बाबा नारायणदास सेवा मंडल के प्रवक्ता कमल नागपाल ने बताया कि सोमवार सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक जगतगुरू श्रीचंद्र भगवान के जीवन वृत्तांत के बारे में बताया गया।तीरथ धाम मंदिर के गादी नशीन महंत बाबा स्वरूपदास जी ने बाबा जी का गुणगान किया और धार्मिक प्रेरणादायक प्रवचन दिए।
आपने कहा कि गुरु श्रीचंद्र बचपन से ही साधना और आध्यात्मिक यात्रा में निकल पड़े थे।जिस अवस्था में बच्चे खेलकूद में व्यस्त रहते हैं, उस समय बाबा श्रीचंद्र जी एकांत में उपासना और समाधि में लीन रहते थे।उन्हें वन में एकांत समय बहुत भाता था,जहां वे अपनी चेतना और ज्ञान का विकास करने में लगे रहते थे।युवा होने पर वे देश भ्रमण को निकल पड़े। वे अनेक साधु-संतों से मिले और उनके सानिध्य में अपने ज्ञान को बांटा।आपने कहा कि ज्ञान को छिपाकर नहीं रखा जाना चाहिए। ज्ञान को बांटने से कभी कम नहीं होता, बढ़ता ही है।
धार्मिक प्रवचन और सत्संग उपरांत तीरथ धाम मंदिर से संक्षिप्त शोभायात्रा भी निकाली गई, जो मोघट रोड,टैगोर कॉलोनी घूमकर पुनः मंदिर पहुंची।रास्ते में हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे….हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे….धुन गाई गई.भगवान राम और भगवान श्री कृष्ण का नाम जपा गया।दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक भोजन प्रसादी के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ।बाबा नारायणदास सेवा मंडल के सभी सेवक अपनी अपनी सेवाओं में लगे रहे।बाबा स्वरूपदास,भाई देवीदास और हरनामदास ने धर्मप्रेमी जनता को श्रीचंद्र नवमीं की शुभकामनाएं दी हैं।











