
*सिर पर कलश एवम बैंड-बाजे, बग्गी व पुष्पवर्षा के साथ निकली श्रीराम कथा शोभायात्रा*
*प्रथम दिवस श्रीधराचार्य जी ने बताया सत्संग का महत्व*
राम कथा के प्रारंभ होते ही इंद्र देवता प्रसन्न हुए हुई तेज वर्षा, जिसका इंतजार था।
खण्डवा। श्रीमदभागवत ज्ञानयज्ञ समिति द्वारा आयोजित श्रीमद वाल्मीकीय श्रीराम कथा ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ बुधवार को भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। नवकार नगर में बैंड-बाजे और सजी हुई बग्गी पर श्री वाल्मीकि रामायण व परम पूज्य जगतगुरू रामानुजाचार्य स्वामी श्री श्रीधराचार्य जी महाराज विराजित होकर निकले। पुरुषों ने स्वेत वस्त्र व महिलाओं ने केशरिया परिधान पहनकर सिर पर कलश धारण कर शिव व हनुमान मंदिर से नवकार नगर के विभिन्न मार्गों से निकली।शोभायात्रा में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया।शोभा यात्रा में अजय लाड़, दीपक पालीवाल,हेमन्त मुंदड़ा, गोपाल बाहेती, अनिल बाहेती,सुधीर दलाल ,विजय राठी,पंकज मुंदड़ा, विष्णु जैथलिया,सुनील बंसल,ओमप्रकाश अग्रवाल,सुरेश शाह,पंडित अमित दाधीच ने विशेष सहयोग प्रदान किया।
नवकार नगर स्थित नक्षत्र गार्डन पर प्रथम दिवस की कथा में महाराज श्री ने सत्संग की महिमा पर प्रेरक प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि सत्संग से ही मनुष्य के जीवन में भक्ति, ज्ञान और सद्गुणों का विकास होता है। संगति जैसे हो, वैसा ही मनुष्य का आचरण बनता है। सत्संग हमें जीवन की दिशा और सही दृष्टि प्रदान करता है।श्री राम के चरित्र का वर्णन करते हुए कहाकि श्री राम जी को कभी क्रोध नही आता था व जीवन मे कभी असत्य नही बोला ।यह इस संसार मे बहुत दुर्लभ है।समिति प्रवक्ता नारायण बाहेती व सुनील जैन ने बताया कि प्रथम दिन राम कथा के प्रारंभ होते ही इंद्र देवता प्रसन्न और तेज वर्षा होने लगी जिसे काफी दिनों से इंतजार था। द्वितीय दिवस की कथा में श्रीराम जन्मोत्सव का भावपूर्ण वर्णन होगा।अध्यक्ष रामस्वरूप बाहेती,सचिव शैलेन्द्र अग्रवाल कोषाध्यक्ष घनश्याम दास शाह, मुख्य यजमान के रूप में राजेंद्रप्रसाद भगवानदास सहाय व किशनलाल मोहनलाल अग्रवाल ने परिवार सहित व्यासपीठ का पूजन-अर्चन किया। कथा में हरिवल्लभ बंसल,विनोद अग्रवाल, सुनील बंसल, ओमप्रकाश अग्रवाल, सुनील जैन,सुधीर दलाल, राजनारायण परवाल, गोवर्धन अग्रवाल,नारायण बाहेती,अनिल बाहेती, प्रमिला शर्मा,किशनलाल अग्रवाल,मधुसूदन तिवारी,संदीप माहेश्वरी,राजेश अग्रवाल,नरेश जांगिड़, मांगीलाल जांगिड़ सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। श्रीमद्भागवत समिति पदाधिकारियों ने सभी धर्मप्रेमीजनो से कथा में पधारने की अपील की।घनश्याम दास शाह ने सभी का आभार माना।