
मुज़फ्फरनगर-जिले के रामराज थाना क्षेत्र के गांव हाशमपुर में एक निजी गऊशाला में रविवार दोपहर अचानक आग लगने से 14 बछिया व बछड़े जिंदा जलकर मर गए। इस दिल दहला देने वाली घटना से पूरे प्रशासन में हड़कंप मच गया है।पशु पालक रोहताश पाल पुत्र मटरू ने बताया कि वह रोजाना की तरह अपनी बड़ी गायों को चराने के लिए जंगल में गया था, जबकि गऊशाला में बनी झोपड़ी के अंदर 16 छोटे बछिया व बछड़े बाड़े में बंद थे। दोपहर लगभग 12 बजे अज्ञात कारणों से झोपड़ी में भीषण आग लग गई, जिससे बाड़े में बंधे 14 मासूम जानवर जिंदा जलकर मर गए। केवल दो बछड़े बाड़ तोड़कर किसी तरह जान बचाने में सफल रहे।घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने डायल 112 पर फोन कर पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचित किया। कुछ ही देर में रामराज थाना प्रभारी सुनील कसाना पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे, और फायर ब्रिगेड ने पहुंच कर आग बुझाई। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थीमौके पर पहुंचे एसडीएम जानसठ जयेंद्र कुमार ने घटनास्थल का जायजा लिया और तहसील प्रशासन को पीड़ित को हरसंभव सहायता दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने नायब तहसीलदार से रिपोर्ट तलब की और पशु पालक की बैंक डिटेल्स भी मंगवाई हैं।घटना के बाद से पूरे गांव में शोक की लहर है। मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सक ने जिंदा बचे दो झुलसे बछड़ों का इलाज किया, वहीं मारे गए 14 बछिया व बछड़ों के शवों का पंचनामा कर जंगल में गड्ढा खोदकर दफनाया गया। यह घटना न सिर्फ प्रशासन बल्कि समाज के लिए भी चेतावनी है कि पशुपालन केंद्रों की सुरक्षा को लेकर सतर्कता और आवश्यक उपायों की सख्त ज़रूरत है।