
भाजपा नेता डॉ. कुलदीप शर्मा के प्रकरण में अब राजपूत समाज आंदोलन की राह पर।
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी को ज्ञापन देकर डॉ. शर्मा पर लगाए आरोप।
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अजमेर के भाजपा नेता और प्रमुख यूरोलॉजिस्ट डॉ. कुलदीप शर्मा के कथित आवास को तोड़ने के प्रकरण में अब राजपूत समाज आंदोलन की चेतावनी दे रहा है। इस प्रकरण में राजपूत छात्रावास संस्थान के अध्यक्ष सुमेर सिंह के नेतृत्व में एक ज्ञापन अजमेर उत्तर के भाजपा विधायक विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को दिया गया है। इस ज्ञापन में आरोप लगाया है कि राजनीतिक और ब्राह्मण समाज के दबाव की वजह से अजमेर विकास प्राधिकरण के जेईएन रघुनंदन सिंह को निलंबित किया गया। इस मामले में पूरी तरह राजपूत समाज के जेईएन को दोषी मान लिया गया है। जबकि जेईएन ने तो प्राधिकरण के उच्च अधिकारियों के निर्देशों की पालना की। इसके साथ ही देवनानी को बताया गया कि पंचशील क्षेत्र में जिस भूखंड को लेकर विवाद है, उसका संबंध डॉ. कुलदीप शर्मा से नहीं है। यह भूखंड तो डॉ. शर्मा के रिश्तेदार के नाम है। यह बात भी पूरी तरह गलत है कि विवादित भूखंड पर बने एक कमरे में डॉ. शर्मा निवास करते है। देवनानी को बताया गया कि डॉ. शर्मा निकट के बंगले में रहते हैं, लेकिन विवादित भूखंड पर कब्जा करने की नीयत से एक कमरा बना लिया। यह झूठ कहा गया है कि जब भूखंड से अतिक्रमण हटाया गया तो डॉ. शर्मा के दो बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। सच्चाई तो यह है कि सहानुभूति के लिए दोनों बच्चों को मौके पर लाया गया। डॉ. शर्मा ने ही सबसे पहले प्राधिकरण के कामकाज में बाधा डाली। ऐसा तब किया गया, जब विवादित भूखंड से डॉ. शर्मा का कोई सरोकार नहीं था। राजपूत समाज ने डॉ. शर्मा के प्रकरण में जेईएन रघुनंदन सिंह के निलंबन को गलत माना है। देवनानी से कहा गया कि यदि निलंबन तो तत्काल रद्द नहीं किया गया तो राजपूत समाज आंदोलन करेगा। सुमेर सिंह ने कुलदीप शर्मा के समर्थन में निजी चिकित्सकों और ब्राह्मण समाज के आंदोलन को गैर जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि विवादित भूखंड डॉ. शर्मा के रिश्तेदार का है, लेकिन फिर भी निजी चिकित्सकों ने तोडफ़ोड की कार्यवाही को डॉक्टरों के पेशे पर हमला मान लिया। इतना ही नहीं ब्राह्मण समाज ने भी इसे समाज पर हमला माना। जबकि भूखंड का मालिक नीति दरगड़ माहेश्वरी समाज से संबंध रखता है। देवनानी ने भरोसा दिलाया कि जेईएन के निलंबन के मामले में न्यायपूर्ण कार्यवाही की जाएगी।
रामेश्वर गोयल