
मेजा, प्रयागराज (प्रभांशु द्विवेदी)।
मेजा क्षेत्र के बकचूँदा गांव में गेहूं की उपज बहुत अच्छी हुई थी। गेहूं की बालियां लह-लहा रही थी,एकाएक खेतों में नीलगायों का एक बहुत विशाल झुंड खेतों की फसलों को तहस नहस करने लगा। जिस कारण से किसान बहुत ही दुखी व हताश है। एक ही खेत में तकरीबन 15 से 20 नीलगायों का झुंड तैनात हो कर फसलों को बर्बाद कर रहे है। गेहूं की निकल रही बलियों को बहुत ही तेजी से नेस्ट करते, व बाकी बची फसल को रौंद कर खराब कर रहे है।नीलगायों को भागने के लिए गांव के किसान रात-रात भर कर रहे है अपने खेतों की निगरानी। झुंड में चलने वाले 15 से 20 नीलगायों को अगर किसान भागने का प्रयास करते है तो नीलगायों का झुंड आक्रोशित हो कर किसानों पर ही प्रतिघात करने की कोशिश करते है।