रिपोर्टर–भव्य जैन
झाबुआ 30 दिसम्बर, 2024। झाबुआ में चलाए जा रहे कुपोषण मुक्त अभियान के तहत लागू किया गया मोटी आई कॉन्सेप्ट केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी को भी पसन्द आया है। उन्होंने न केवल इसकी सराहना की बल्कि आदिवासी जिलों को कुपोषण से उबारने की दिशा में इसे अहम कदम बताया है। दरअसल केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी अपने प्रवास पर इंदौर आई थी। इस दौरान प्रदेश की कैबिनेट मंत्री निर्मला भूरिया उनसे सौजन्य भेंट करने पहुंची। उन्होंने विभागीय मुद्दों पर गहन चर्चा की। साथ ही झाबुआ में चलाए जा रहे कुपोषण मुक्त अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मंत्री सुश्री भूरिया ने बताया झाबुआ जिले में कलेक्टर नेहा मीना के माध्यम से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिले में कुल 2706 आंगनवाड़ी केंद्र हैं। इनमें से 1110 आंगनवाड़ी केंद्रों पर करीब 2 हजार कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया है। इन्हें कुपोषण से उबारने के लिए गांव की ही 1325 महिलाओं को मोटी आई के रूप में जिम्मेदारी दी गई है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं और झाबुआ जिले के बच्चे तेजी से कुपोषण से मुक्त हो रहे हैं। मंत्री सुश्री भूरिया ने केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी को यह भी बताया कि मोटी आई के द्वारा आयुर्वेद के अनुसार कुपोषित बच्चों की मालिश करने के साथ उन्हें अपनी देखरेख में पौष्टिक लड्डू और पोषण आहार खिलाया जा रहा है। इस पूरे अभियान की केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने सराहना की।
गोद लेने की प्रक्रिया को सरल बनाने के सुझाव को शामिल करने पर माना आभार
- कैबिनेट मंत्री निर्मला भूरिया ने बच्चे को गोद लेने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए दिए गए 12 सुझावों में से 6 को शामिल किए जाने पर केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी का आभार भी जताया। उन्होंने कहा इससे न केवल गोद लेने की प्रक्रिया आसान होगी, बल्कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में एडॉप्शन एजेंसी खोलने का रास्ता भी साफ हो जाएगा। मंत्री सुश्री भूरिया ने बताया अगले सत्र में सभी जिलों में शिशु गृह स्थापित करने की तैयारी है। मप्र में 18 वर्ष से अधिक उम्र के अनाथ बच्चों के जॉब प्लेसमेंट के आंकड़ों को देखते हुए केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने प्रसन्नता जताई। साथ ही कहा कि आगामी दिनों में उदयपुर में होने वाले चिंतन शिविर में मप्र को अपनी इन उपलब्धियों का प्रस्तुतीकरण देना चाहिए।