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सुमधुर कोरल गीतों के साथ प्रभु यीशु के जन्मदिवस पर ईसाई समाज के लोगों ने मनाया क्रिसमस पर्व

झाबुआ डायोसिस के सबसे बड़े चर्च में बिशप व अन्य फादर सहित लोगों ने की प्रार्थना 

 

रिपोर्टर भव्य जैन

 

24 मार्च के मध्य रात्रि में 12:00 बजे प्रभु यीशु का जन्मदिन मनाया गया, मिस्सा बलिदान के पहले एक घंटे केरोल गीत गाए गए। बिशप द्वारा अपने उपदेश में लोगों को क्रिसमस पर्व की शुभकामनाएं दी और ईश्वर के दिव्य रूप से यीशु ने मानव बनाकर मनुष्य को पवित्रता की राह दिखाई का संदेश दिया।

नगर के कैथोलिक चर्च के साथ ही आंचल के सभी छोटे-बड़े चर्चों में लोगों द्वारा धूमधाम से प्रभु यीशु का जन्मोत्सव के रूप में क्रिसमस पर्व मनाया ।

झाबुआ डायलिसिस बिशप पीटर खराड़ी ने बताया कि प्रभु यीशु के जन्म के बाद से प्रत्येक 25 वर्ष में 1 वर्ष जुबली वर्ष के रूप में मनाया जाता है इस वर्ष 2025 को जुबली वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा बिशप पीटर खराड़ी द्वारा मध्य रात्रि को कैथोलिक चर्च में की गई, एवं बिशप द्वारा अपने उद्बोधन में जुबली वर्ष पर प्रकाश डाला गया।

ईसाई समुदाय के अनुयायियों द्वारा नगर के चर्च में बहुत ही उत्तम झांकियां बनाई गई है, जिसको देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग रोजाना आते हैं समाज के लोगों द्वारा क्रिसमस पर्व के दिन एक दूसरे के घर जाकर बधाई संदेश दिया एवं इस पर्व को खूबसूरती से मनाया।

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