भारत औषधि नियामक संस्थान ने करीब पचास दवाओ को उनके मानक गुणवत्ता के अनुसार नही पाया। जिसमे प्रमुख रूप से ईस्तेमाल की जाने वाली पैरासिटामोल, पैटो प्राजोल और जीवाणु संक्रमण के ईलाज के लिए एंटीबायोटिक दवाऐ शामिल है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन द्वारा मई के लिए जारी अलर्ट के अनुसार इन दवाओ मे से 22 हिमाचल प्रदेश मे निर्मित है। इसके अतिरिक्त जयपुर गुजरात बडोदरा बाघोड़िया आंध्रप्रदेश इंदौर अन्य जगहो से नमूने लिये गये थे। ड्रग अलर्ट के अनुसार औषधि नियामक नियंत्रण संगठन द्वारा गुणवत्ता परीक्षण मे कुल 52दवाऐ सही नही पाये गए। घटिया दवाओ की सूची मे क्लोनाजेपम टेबलेट जिसका उपयोग दौरे एवं चिंताजनक विकारो के ईलाज मे किया जाता है। डिमलोफेनोक एंटी हाईपरटेंशन दवा टेलिसरटन एवाॅकसोल तथा मल्टीविटामिन और कैल्शियम की गोलियां है। जानकारी अनुसार राज्य दवा नियामको ने संबंधित कंपनियो को इस बारे मे सूचना भेज दिया है। और मानक अनुरूप नही पाये गये दवाओ को बाजार से वापस मंगाने को कहा गया है।
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