
गोरखपुर। गोरखपुर में एक बैंक कर्मचारी को महिला से दोस्ती करना महंगा पड़ गया। SBI बैंक में कैशियर पद पर काम करने वाले कर्मचारी की महिला मित्र ने रेप का केस दर्ज कराने का डर दिखाकर उससे रुपए हड़प लिए। महिला ने पहले उसका पैतृक घर बिकवा दिया और उस रुपए से लखनऊ में जमीन खरीदवा ली। फिर एक करोड़ रुपए लेकर हड़प लिए। अब महिला मित्र अपने पति के साथ मिलकर उससे और रकम की मांग कर रही है। पीड़ित बैंक कर्मचारी ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। एसएसपी के निर्देश पर तिवारीपुर पुलिस ने आरोपी दंपती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। सरोज कुमार भट्टाचार्य ने पुलिस को दिए प्रार्थनापत्र में बताया है, साल 2014 में वह SBI के सूरजकुंड शाखा में कैशियर के पद पर तैनात थे। बैंक में उनकी एक महिला से मुलाकात हुई। उसने जरूरत बताकर दो हजार रुपए की मांग की। उन्होंने उसे रुपए दे दिए। दूसरे दिन उसने बैंक आकर रुपए वापस कर दिए। इसके बाद वह किसी न किसी बहाने बैंक आकर मिलने लगी। एक दिन उसने अपने घर दावत पर बुलाया। इसके बाद अक्सर बहाना बनाकर उनको अपने घर पर बुलाने लगी। उसने बताया कि उसका पति देश के बाहर रहकर नौकरी करता है। एक दिन वह लखनऊ में जमीन खरीदने का दबाव बनाने लगी। जमीन नहीं खरीदने पर वह रेप का केस दर्ज कर फंसाने की धमकी देने लगी। उसके दबाव बनाने पर पास में रुपए नहीं होने पर उन्हें अपना पैतृक मकान 10 नवंबर 2015 को 40 लाख रुपए में बेचना पड़ा। मकान बेचकर मिली रकम से लखनऊ में महिला ने अपने नाम पर जमीन खरीदवाई। उसमें वह गवाह भी बने हैं। उस जमीन की रकम का भुगतान उसने अपने बैंक खाते से किया। इसके बाद वह फिर जरूरत बताकर रुपयों की मांग करने लगी। इसके अलावा तिवारीपुर स्थित मकान में उससे 19 लाख रुपए लेकर फर्निश में लगवा दिया। इसके साथ साल 2015 से 2019 तक महीने में 15 से 20 हजार रुपये वह किसी न किसी बहाने ले लिया करती थी। मना करने पर ब्लैकमेल करने लगी। पुलिस में शिकायत करने की बात कहने पर महिला ने धीरे-धीरे रुपए देने की हामी भरी। इसके बाद वह पति के साथ लखनऊ जाकर शिफ्ट हो गई। रुपये के लिए दबाव बनाने पर एक दिन उसने अपने घर बुलाया। आरोप है कि पति के साथ मिलकर जबरन स्टांप पेपर पर रुपए मिलने का हस्ताक्षर करवा लिया गया। पीड़ित ने बताया कि वह अपनी पूरी कमाई और पैतृक मकान बेचकर महिला को दे चुका है। अब वह शहर में किराये पर कमरा लेकर रहने को मजबूर है। वह उनके भय से मानसिक तनाव व डिप्रेशन में जीवन व्यतीत कर रहा है।