घनसाली (टिहरी)। बालगंगा तहसील को स्थापना के नौ साल बाद भी अपना भवन नसीब नहीं हो पाया है। फिलहाल लाटा में तहसील किराये के भवन में संचालित हो रहा है। बालगंगा तहसील के अंतर्गत 112 राजस्व गांव और 13 पटवारी क्षेत्र शामिल हैं। राजस्व विभाग ने तहसील भवन के लिए छतियारा के समीप 30 नाली भूमि का चयन कर लगभग सात करोड़ का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था, लेकिन बजट की स्वीकृति नहीं मिलने के कारण तहसील भवन निर्माण शुरू नहीं हो पाया है।
क्षेत्रफल की दृष्टि से भिलंगना ब्लॉक प्रदेश का सबसे बड़ा है। विषम भौगोलिक परिस्थितियां होने के कारण केमर घाटी के लोगों की मांग पर 2015 में बालगंगा तहसील अस्तित्व में आई। चार जुलाई 2015 से लाटा में निजी भवन पर तहसील का संचालन शुरू किया गया। वर्तमान में जहां तहसील का संचालन हो रहा है वहां जगह की कमी है। एक साल पहले राजस्व विभाग ने तहसील भवन, अधिकारियों और कर्मचारियों के आवासीय भवन के लिए छतियारा में 30 नाली भूमि चिह्नित की गई है, जिसका भू-गर्भीय सर्वे भी किया जा चुका है। लेकिन उसके बाद भी भवन निर्माण को स्वीकृति नहीं मिल पाई है।
बालगंगा तहसील भवन बनाने के लिए छतियारा के समीप सिविल स्वयं की 30 नाली भूमि विभाग के नाम दर्ज की गई है। भवन निर्माण के लिए बजट स्वीकृत करने की प्रक्रिया शासनस्तर पर विचाराधीन है। -मोहन लाल बडोनी, आरके, बालगंगा तहसील
बालगंगा तहसील भवन व आवास के लिए विभाग की तरफ से लगभग सात करोड़ की डीपीआर बनाई गई है, जिसे शासन को भेजा गया है। जल्द बजट की स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।
-अलोक कुमार, अवर अभियंता, ग्रामीण निर्माण विभाग घनसाली