
रत्नकुक्षी माता-पिता का सम्मान समारोह सम्पन्न
बड़ौद – चातुर्मास में विराजित परम पूज्य साध्वी भगवंत ब्राम्ही श्रीजी महाराज साहेब की शुभ प्रेरणा एवं निश्रा में आयोजित रत्न कुक्षी माता- पिता का सम्मान समारोह का आयोजन श्री आनन्दचंद्र जैन आराधाना भवन, बडौद में किया गया ।
समारोह को संबोधित करते हुये परम पूज्य साध्वी भगवंत ने कहा कि संसार में माँ का बड़ा स्थान है, सर्वप्रथम माँ ही बालक का पालन पोषण कर सांसारिक ज्ञान के साथ ही धर्म के संस्कार प्रदान करती है और अपने रत्न कुक्षी से उत्पन्न बालक-बालिकाओं को परमात्मा के द्वारा बताये संयम मार्ग की ओर भेजती है, जिसके चलते संतान सीमित योग्यता से वृहद योग्य बन जाता है जो वसुधैव कुटम्बकम होता है। ऐसे रत्नकुक्षी माता-पिता से ही परमात्मा का शासन चल रहा है।
सम्मान समारोह में आगर, डग, दुधालिया, पिपलोन, झारड़ा, देपालपुर, आदि अनेक स्थानों से संयमी के परिवारों ने भाग लिया, जिनका बहुमान लाभार्थी परिवार श्री ज्ञानचंद जी बसंतीलाल जी चौधरी परिवार बड़ौद के द्वारा शाल, श्रीफल तथा अभिनंदन पत्र के माध्यम से किया.
समारोह में संगीतकार के रूप में हर्ष कुण्डल बोहरा तथा आयुष चंद्रावला ने अपने सुमधुर गीतों से कार्यक्रम में समा बांधा, संचालन संतोष जैन दादाभाई ने किया । कार्यक्रम पश्चात साधर्मिक भक्ति का आयोजन लाभार्थी श्री ज्ञानचंदजी बसंतीलालजी चौधरी परिवार द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में ललित जै. राजावत, अनिल तलेरा, प्रकाश तलेरा, भागचंदजी कंठाली, विजय संघवी, नवीन कुण्डल बोहरा, प्रकाशजी नाहर, कैलाशजी चौधरी आदि का विशेष सहयोग रहा।