
ठाणे, उच्च न्यायालय के आदेश के बाद, ठाणे महानगर पालिका आयुक्त सौरभ राव ने हाल ही में महावितरण और टोरेंट पावर के अधिकारियों के साथ बैठक की और अधिकारियों को नए शुरू हुए अनधिकृत निर्माणों को बिजली न देने और ऐसे निर्माणों की पानी की आपूर्ति बंद करने का आदेश दिया। लेकिन ऐसा लगता है कि अधिकारी नए शुरू हुए अवैध निर्माणों को रोकने में पूरी तरह विफल साबित हो रहे हैं।
दिवा प्रभाग समिति के वार्ड क्रमांक २७/२८ में सैकड़ों अवैध इमारतें बन रही हैं,जिसमे कही जगह तो सरकारी भूखंड है जो हॉस्पिटल,गार्डन स्कूल के लिए आरक्षित है। फिर भी यहाँ जानबूझकर अनदेखी की जा रही है, यह स्पष्ट है कि दिवा शहर में अवैध निर्माणों पर दिखावें की कार्रवाई करके कागजी आंकड़े बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का काम किया जा रहा है।
दिवा पुलिस चौकी से पैदल दूरी पर चल रहे कई निर्माण, जो की दिवा- दातेवाली, आगसन रोड,मुख्य रास्ते से साफ़ दिखाई देते हैं पर क्या अधिकारियों को यह निर्माण दिखाई नहीं देता ? या मानो दिवा प्रभाग समिति ने कसम खाई हो चाहे कोई भी कुछ करे हम आंखे नहीं खोलेंगे फिर वो सरकारी राखीव जगह पे कही इमारत खड़ी हो। नागरिक यह सवाल पूछ रहे हैं, जबकि कुछ का स्पष्ट कहना है कि इन निर्माणों को दिवा प्रभाग समिती अधिकारियों का आशीर्वाद प्राप्त है।
अगर ठाणे मनपा के अधिकारी ईमानदारी से अवैध निर्माणों पर नियंत्रण करने की दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाएँ, तो शहर में कोई भी भू-माफिया एक ईंट भी नहीं रख पाएगा।
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दिवा में अवैध निर्माणों की समीक्षा के लिए माननीय आयुक्त सौरभ राव को मै आमंत्रित करना चाहूंगा,मनपा आयुक्त पदभार स्वीकारे १ साल से अधिक का कार्यकाल बीत गया पर वे एक बार भी दिवा शहर ओर नही आये | दिवा शहर की समस्यांओको मद्दे नजर कुछ घंटॊ का समय दे और दिवा का दौरा करे ताकि उन्हें पता चल सके की यहा क्या चल रहा है – नागेश पवार (सामाजिक कार्यकर्ता)
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ठाणे महानगर पालिका के दोहरेपन के कारण भू माफिया पे कोई अंकुश नहीं।पर आने वाले दिनों में कही यह भी 21 अनधिकृत इमारत तोड़ने के कारण 500 गरीब बेघर हुए ।ऐसा ही नए अवैध इमारतों के कारण दिवा में भी देखने को मिला तो उसका जवाबदार कौन होगा ?- आरटीआई कार्यकर्ता अरविंद कोठारी